गुरुवार, 26 जुलाई 2018

जल्द पूरी होगी पहली राष्ट्रीय जलमार्ग परियोजना




वाराणसी से हल्दिया तक बन रहे हैं तीन मल्टी मॉडल टर्मिनल
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश की परिवहन व्यवस्था की सुगमता बनाने के लिए मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में राष्ट्रीय जल मार्ग परियोजना के प्रथम चरण का काम तेजी से चल रहा है, जिसमें अगले साल तक वाराणसी से कोलकाता के निकट हल्दिया के बीच तीन मल्टी मॉडल टर्मिनल का निर्माण जल्द पूरा हो जाएगा।
केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय के अनुसार सरकार ने देश की 111 नदियों को जल मार्ग में तब्दील करने के लिए राष्ट्रीय जलमार्ग परियोजना शुरू की थी, जिसमें राष्‍ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) पर 5369.18 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी से हल्दिया तक 1390 किमी लंबे जल मार्ग को तेजी से विकसित किया जा रहा है। हालाकि इससे पहले इस जल मार्ग पर कारो से लदे माल वाहक जहाज के जरिए वाराणसी से हल्दिया तक भेजने का ट्रायल भी किया जा चुका है। मंत्रालय के अनुसार देश में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा इन जलमार्ग विकसित करने की परियोजनाओं को विश्वबैंक की सहायता से किया जा रहा है। जल मार्ग परियोजना निदेशक प्रवीर पांडेय ने इस परियोजना के बारे में बताया कि इस परियोजना के बाद छोटे जल पोतों के जरिए ट्रायल शुरू कराया जाएगा। वाराणसी से हल्दिया तक विकसित होने वाला राष्ट्रीय जलमार्ग उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से गुजरने वाला एक राष्ट्रीय महत्व का जलमार्ग होगा और इससे गंगा बेसिन में स्थित हावडा, कोलकाता, हल्दिया, साहिबगंज, भागलपुर, मुंगेर, खगडिया, बेगूसराय, पटना, वैशाली, छपरा व वक्सर के अलावा यूपी के बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, इलाहाबाद और इनके औद्योगिक क्षेत्रों के प्रमुख शहरों को जल परिवहन का लाभ मिलेगा।
वारणसी के टर्मिनल निर्माण अंतिम चरण में
मंत्रालय के अनुसार इस जल मार्ग विकास परियोजना के तहत वाराणसी और हल्दिया के बीच बनाए जा रहे तीन टर्मिनलों में जल मार्ग प्राधिकरण द्वारा वाराणसी में 169.59 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे मल्‍टी मॉडल टर्मिनल (एमएमटी) का निर्माण कार्य इसी वर्ष नवंबर तक पूरा हो जाएगा। इसी प्रकार 280.90 करोड़ रुपये की लागत से झारखंड में रांची के पास साहिबगंज में बनाए जा रहे दूसरे मल्‍टी मॉडल टर्मिनल का निर्माण कार्य मई 2019 तथा हल्दिया में 517.36 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे तीसरे एमएमटी का निर्माण का काम दिसंबर 2019 तक पूरा कर लिया जाएगा। ये तीनों टर्मिनल सड़क मार्ग, रेल मार्ग और जल मार्ग से जुड़े होंगे। इन तीनों मल्‍टी मॉडल टर्मिनलों का निर्माण में स्‍थापना, आईएमटी, नौवहन अवरोध, नदी सूचना प्रणाली, जहाज मरम्मत एवं रख-रखाव जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं। मंत्रालय के अनुसार इसके अलावा इस परियोजना के तहत फरक्‍का में 359.20 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे अत्‍याधुनिक नौवहन अवरोध (नैविगेशनल लॉक) का निर्माण कार्य जून 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। गंगा नदी के फरक्‍का-कहलगांव खंड पर तलकर्षण (ड्रेजिंग) के रख-रखाव के लिए भी गत अप्रैल में 150 करोड़ रुपये का ठेका देने के बाद काम चल रहा है। जबकि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और बिहार के पटना के निकट कालूघाट में राष्‍ट्रीय जलमार्ग-1 पर दो इंटर-मोडल टर्मिनलों (आईएमटी) के निर्माण होगा, जिसके लिए ठेका देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
वाराणसी में बनेगा फ्रेट विलेज
मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि वाराणसी में बनाए जा रहे मल्टी मॉडल टर्मिनल के उद्घाटन की तैयारियां हो रही हैं, जिसके साथ ही परियोजना के तहत वाराणसी के निकट ही 100 एकड़ क्षेत्र में बनाई गई फ्रेट विलेज विकसित करने की योजना की आधारशिला रखने की भी योजना है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण करने का कार्य तेजी से चल रहा है। हरिभूमि को दी गई जानकारी के मुताबिक वाराणसी में बनने वाला यह एशिया का पहला फ्रेट विलेज होगा।
22July-2018

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