पिछले चार
साल में मुनाफे में की 75 फीसदी वृद्धि
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्रीय जल
संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी
वेपकॉस द्वारा भारत में सिंचाई जैसी जल और बिजली परियोजनाओं के विकास में ही अहम
भूमिका नहीं निभाई, बल्कि अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के 46 अन्य विकासशील देशों
में जल संसाधन, विद्युत एवं सिंचाई के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की
है।
गडकरी
मंगलवार को यहां नई दिल्ली में प्रवासी भारतीय केंद्र में आयोजित वैपकॉस लि. के
50वें स्थापना दिवस समरोह का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वैपकॉस
ने वर्ष 2017-18 के दौरान 1110 करोड़ रुपये की अब तक की सर्वाधिक सकल आय अर्जित की
है और पिछले चार साल में अपने मुनाफे में 75 फीसदी की रिकार्ड बढ़ोतरी दर्ज की है।
उन्होंने कहा कि वैपकॉस ने विश्वभर में परियोजनाओं का कार्यन्वयन करके साबित कर
दिया है कि किस तरह से बेहतर प्रौद्योगिकी और उचित तथा कम लागत के संयोजन से अच्छे
नतीजे सामने आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज विकासशील विश्व को अभी कई और ऐसी प्रौद्योगिकियों
की जरूरत हैं, जो प्रभावशाली, लेकिन किफायती हों। गडकरी ने आर्थिक दृष्टि से किफायती
प्रौद्योगिकी का उदाहरण देते हुए कहा कि हम अब समुद्री जल का खारापन दूर करने के लिए
सौर प्रौद्योगिकी का उपयोग करने पर विचार कर रहे हैं। बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में
और गहराई के साथ प्रवेश करने के लिए वैपकॉस से अनुरोध करते हुए गडकरी ने कहा कि उन्हें
त्वरित जन परिवहन प्रणाली की दिशा में कार्य करना चाहिए, जो समय की मांग है।
समारोह में जल संसाधन मंत्रालय में राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और डॉ. सत्यपाल
सिंह के अलावा अफगानिस्तान, रवांडा, तंजानिया, सेनेगल, अंगोला, नेपाल, भूटान, कम्बोडिया,
मोजाम्बिक, कांगो, बुरुंडी, लाइबेरिया, जिम्बाम्वे, लाओस, मलावी और मंगोलिया के
राजदूत एवं संबन्धित मंत्रियों ने भी हिस्सेदारी की।
लाभांश का चैक सौंपा
स्थापना
दिवस के मौके पर वैपकॉस के सीएमडी आर.के. गुप्ता ने 50 करोड़ रुपये का अंतरिम लाभांश
चेक भी सौंपा, जो वैपकॉस के गठन के बाद से अब तक का सर्वाधिक लाभांश है। 35 करोड़ रुपये
के बोनस शेयर जारी करने के साथ ही पिछले आठ वर्षों के दौरान इस कंपनी की चुकता पूंजी
2 करोड़ रुपये से बढ़कर 100 करोड़ रुपये यानि 50 गुना बढ़ गई है। कंपनी का मुनाफा वर्ष
2013-14 के 102.52 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2017-18 में 180 करोड़ रुपये के स्तर
यानि 75 प्रतिशत से भी अधिक की वृद्धि को दर्शाता है।
सैकड़ो परियोजनएं की पूरी
जल संसाधन
मंत्रालय के अनुसार तकनीक-वाणिज्य कंपनी वैपकॉस ने देश में सिंचाई, जल संसाधन, कृषि
आदि के क्षेत्र में 550 से अधिक परियोजनाओं का सर्वे, आकलन और डीपीआर रिपोर्ट तैयार
करने के साथ 15 मिलियन हेक्टेयर के क्षेत्र में सिंचाई- सुविधा विकसित की है। इसके
अलावा कंपनी ने बंदरगाह और आंतरिक नौवहन से संबंधित 200 परियोजनाओं तथा जल आपूर्ति
व सीवर, ग्रामीण व शहरी विकास, सड़क व राजमार्ग प्रौद्योगिकी से संबंधित 500 से अधिक
परियोजनाओं में योगदान दिया है। इसी प्रकार भारत में 9000 मेगावाट क्षमता की 105 जल
विद्युत और 2900 मेगावाट क्षमता की ताप विद्युत
की 12 परियोजनाओं का निर्माण किया है।
04July-2018
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