बुधवार, 4 जुलाई 2018

चुनावी गड़बड़ी रोकने की कवायद तेज


चुनाव आयोग ने लांच किया ‘सी विजल’ मोबाइल ऐप
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में चुनाव सुधारों की दिशा में केंद्रीय चुनाव आयोग ने चुनावों के दौरान गड़बड़ी को रोकने के लिए एक ‘सी विजल’ मोबाइल ऐप शुरू किया है, जिसके जरिए कोई भी मतदाता शिकायत कर सकता है। ऐप के जरिए आने वाली हर शिकायत का निपटान 100 मिनट में हो सकेगा।
नई दिल्ली के एक होटल में मंगलवार को चुनाव आयोग द्वारा शुरू हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय परामर्श सम्मेलन के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने चुनाव आयुक्तों के सुनील अरोड़ा और अशोक लावासा के साथ देश में बिना किसी विघ्न के निष्पक्ष चुनाव कराने के मकसद से विकसित किये गये एक मोबाइल ऐप ‘सी विजल’ की शुरूआत की। रावत ने इस मौके पर कहा कि यह मोबाइल ऐप चुनावी गड़बड़ी की शिकायत करने के लिए मतदाताओं के लिए तकनीकी रूप से बेहतर साबित होगा। रावत ने कहा कि अभी तक चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन या मतदान के दौरान गड़बड़ी की शिकायतों का तत्काल पालन नहीं  हो पा रहा है और उल्लंघन करने वाले सबूतों के अभाव में बचते रहे हैं, लेकिन अब इस ऐप के जरिए चुनावी गडबडी करने या अन्य उल्लंघन करने वालो के खिलाफ कार्यवाही करना आसान हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘सीवीआईजीआईएल’ ऐप किसी भी उपयोगकर्ता के अनुकूल और एंड्रॉइड एप्लिकेशन संचालित करने में आसान है। मुख्य चुनाव आयुक्त रावत ने कहा कि यह ऐप फिलहाल उन राज्यों में मुहैया कराया जा रहा है, जहां निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसकी डमी भेजकर उन राज्यों में चुनाव अधिकारी और कर्मचारी मतदाताओं को जागरूक करके ऐप स्मार्ट फोन में ऐप डाउनलोड करने और चुनावी गडबडी के फोटो और अन्य प्रमाण समेटने जैसे तौरतरीकें बताएंगे। इस मौके पर वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा और उप निर्वाचन आयुक्त संदीप सक्सेना ने बताया कि इस ऐप की मदद से चुनाव के दौरान भ्रष्टाचार सहित अन्य गड़बड़ियों की शिकायत करने के लिए तस्वीर या वीडियो को बतौर साक्ष्य भेजी जा सकेगी, जिसमें शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जायेगी। सक्सेना ने कहा कि सबूत आधारित शिकायत का समयबद्ध निस्तारण करने के लिये अधिकतम 100 मिनट की समयसीमा तय की गयी है।
छग समेत चार राज्यों के चुनाव में
मुख्य चुनाव आयुक्त रावत ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की दिशा में इस पहल को चार राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान व मिजोरम के विधानसभा चुनाव में एक पायलट परियोजना के रूप में शुरू कर रहा है, ताकि इन चार राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान इस ऐप का व्यावहारिक उपयोग और उसकी क्षमता का आकलन किया जा सके। 
इस परीक्षण के बाद ही इसे भविष्य के चुनावों के दौरान सामान्य उपयोग के लिए मुहैया कराया जाएगा। इस दौरान इस समारोह के दौरान लगाई गई प्रदर्शनी में इस ऐप की प्रक्रिया का प्रदर्शन भी किया गया। जिसमें बताया गया कि ‘सी विजल’ मोबाइल ऐप के लिए एंड्रॉइड स्मार्टफोन की जरूरत होगी, जो एक कैमरा, अच्छा इंटरनेट कनेक्शन और जीपीएस एक्सेस से लैस हो। एप्लिकेशन सभी नवीनतम एंड्रॉइड स्मार्टफोन का समर्थन करता है।
04July-2018
 



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