रविवार, 1 जुलाई 2018

इस बार रिकार्ड संख्या में हज पर जाएंगे भारतीय




14 जुलाई से शुरू होंगी हज के लिए उड़ाने
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
इस साल भारत से रिकार्ड संख्या में हज यात्रा होगी, जिसके लिए 14 जुलाई से हज के लिए उड़ाने शुरू हो जाएंगी। वहीं भारतीय हज कमेटी के जरिए हज यात्रा करने वालों यात्रियों को सब्सिडी खत्म होने के बावजूद हवाई किराए का खर्चा कम होने का दावा किया गया है।
नई दिल्ली में हज यात्रा के लिए हज समन्वयकों, सहायक हज अधिकारियों, सहायकों एवं चिकित्सा कर्मचारियों के प्रशक्षिण के लिए आयोजित शिविर में शनिवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामले मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस बार हज 2018 के लिए कुल 3,55,604 आवेदन मिले, जिसमें 1,89,217 पुरुष एवं 1,66,387 महिला आवेदन शामिल थे। नकवी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार भारत से रिकॉर्ड 1,75,025 मुसलमान इस बार हज के लिए जा रहे हैं, जिनमें रिकॉर्ड 47 प्रतिशत से अधिक महिला यात्री भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यह भी पहली बार होगा, जब भारत से 1308 मुस्लिम महिलाएं बिना ‘मेहराम’ (पुरुष सहयोगी) के भी हज पर रही हैं। इस शिविर में अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय एवं शहरी विकास मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने अनुकूलन सह प्रशिक्षण शिविर में विस्तार से हज यात्री, उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं रिहाइश आदि मुद्दों के बारे में जानकारी दी गई।  उन्होंने बताया कि 14 जुलाई को दिल्ली, गया, गुवाहाटी, लखनऊ और श्रीनगर से हज यात्री रवाना होंगे। 17 जुलाई 2018 को कोलकाता से, 20 जुलाई को वाराणसी से, 21 जुलाई को मंगलोर से, 26 जुलाई को गोवा से, 29 जुलाई को औरंगाबाद, चेन्नई, मुंबई, नागपुर से, 30 जुलाई को रांची से, एक अगस्त को अहमदाबाद, बंगलुरु, कोच्चि, हैदराबाद, जयपुर से और 03 अगस्त को भोपाल से हज यात्री उडान भरेंगे।
कम होगा हज यात्रा का खर्च
केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा कि हज सब्सिडी समाप्त होने के बावजूद भारत की हज कमेटी के माध्यम से हज पर जा रहे यात्रियों को ले जाने वाले एयरलाइंस को इस वर्ष 57 करोड़ रुपये कम का भुगतान किया जाएगा। नकवी ने कहा कि हज यात्रा-2017 में 1,24,852 हज यात्रियों के लिए हवाई किराये के लिए एयरलाइंस को कुल 1030 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, जबकि 2018 में भारत की हज कमेटी के माध्यम से जा रहे 1,28,702 हज यात्रियों के लिए हवाई किराये के लिए एयरलाइंस को कुल 973 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पहली बार हज यात्रियों को आरोहण बिंदुओं का विकल्प भी दिया है जिसकी बड़ी संख्या में सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। नकवी ने कहा कि पहली बार सऊदी अरब में बड़ी संख्या में महिला हज समन्वयकों, हज सहायकों एवं खादिम उल हुज्जाजी, चिकित्सकों एवं अर्ध चिकित्सा कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
किस राज्य से कितने हज यात्री
नकवी ने की अहमदाबाद से 6700, औरंगाबाद से 350, बेंगलुरु से 5550, भोपाल से 254, कोचीन से 11700, चेन्नई से 4000, दिल्ली से 19000, गया से 5140, गोवा से 450, गुवाहाटी से 2950, हैदराबाद से 7600, जयपुर से 5500, कोलकाता से 11610, लखनऊ से 14500, मंगलौर से 430, मुंबई से 14200, नागपुर से 2800, रांची से 2100, श्रीनगर से 8950, वाराणसी से 3250 लोग इस वर्ष हर्ष पर जा रहे हैं।
01July-2018

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