रविवार, 3 अगस्त 2014

दीपेन्द्र हुड्डा के दावों पर प्रवेश वर्मा का पंच!

लोकसभा में दिल्ली बजट पर कांग्रेस हुई बेनकाब
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
लोकसभा में दिल्ली बजट पर चर्चा के दौरान दिल्ली के भाजपा सांसदों में ऐसा उत्साह देखने को मिला कि उन्होंने कांग्रेस के दावों की पोल खोलकर रख दी। खासकर पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने ऐसा पंच मारा कि चाहते हुए भी कांग्रेस के दीपेन्द्र हुड्डा सदन में मुस्कराने के अलावा कुछ जवाब नहीं दे सके।
दरअसल दिल्ली के बजट की चर्चा की शुरूआत कांग्रेस की ओर से रोहतक के सांसद दीपेन्द्र हुड्डा से कराई गई, जिसमें उन्होंने दिल्ली में शीला दीक्षित और केंद्र की यूपीए सरकार की उपलब्धियों के पुलिंदों का पिटारा पेश करने का प्रयास किया। केंद्र सरकार पर दिल्ली के बजट में कांग्रेस सांसद के लगाए गये आरोपो को प्रवेश वर्मा ने ऐसा करारा जवाब दिया कि कुछ बोलने को हुड्डा खड़े तो हुए लेकिन जब प्रवेश वर्मा ने तर्क और कांग्रेसी सांसद के दावों को खोखला साबित करते हुए प्रमाण दिये तो हुड्डा खड़े हुए केवल मुस्कराते ही नजर आए। भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली मेट्रो का श्रेय कांग्रेस को देने के हुड्डा के दावों की सफाई करते हुए कहा कि जब दिल्ली में वर्ष 1995 में दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन का पंजीकरण हुआ तो दिल्ली में भाजपा की सरकार थी। जब वर्ष 1998 में मेट्रो परियोजना का निर्माण शुरू हुआ तो दिल्ली और केंद्र दोनों में ही भाजपा की सरकारें थी। यही नहीं जब वर्ष 2002 में शाहदरा से कश्मीरी गेट तक पहली मेट्रो रेल चलाने का ट्रायल हुआ तो उस समय तत्कालीन केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उसे हरी झंडी दिखाई। ऐसे में मेट्रो रेल परियोजना में कांग्रेस का रोल कहां से आया? जबकि 2003 से 2008 तक कांग्रेस बार-बार यह कहती नहीं थकी कि दिल्ली में मेट्रो का निर्माण उनकी पार्टी की देन है। प्रवेश वर्मा के दिल्ली की अन्य परियोजनाओं के लिए हुड्डा द्वारा गिनाई गई उपलब्धियों पर पानी फेरते हुए यहां तक तंज कसा गया कि यह अच्छी बात है कि हरियाणा में उनकी सरकार भले ही डांवाडोल हो, लेकिन दीपेन्द्र हुड्डा को दिल्ली की फिक्र है। सही भी है कि दिल्ली पूरे देश के लोगों की है, जहां सांसद ज्यादा समय बिताते हैं। वर्मा ने कहा कि यदि दिल्ली से सभी को ऐसा प्रेम है तो सभी सांसदों खासकर दिल्ली के पडोसी राज्यों के सांसदों को अपनी सांसद निधि से 50-50 लाख रुपये दिल्ली के विकास में खर्च करने की योजना का प्रस्ताव रखना चाहिए, उसके बाद शायद ही दिल्ली के लिए किसी बजट पेश करने की जरूरत पड़े। प्रवेश वर्मा ने कांग्रेस को करारा जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस कहानी बहुत सुनाती है और उसकी पटकथा भी लिखती है, लेकिन करती कुछ नहीं है।
दिल्ली को छलती रही कांग्रेस

लोकसभा में कांग्रेस के दावों और उसके आरोपों पर वार पर वार करते जा रहे भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली में 15 साल कांग्रेस ने शासन किया, लेकिन कुछ नया नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद कांग्रेस की दिल्ली सरकार ने बसों की संख्या को पूरा नहीं कर पायी। वहीं एक भी यूनिवर्सिटी या स्कूल अथवा अस्पताल दिल्ली को दिया। हां कांग्रेस ने नाम बदलकर ऐसे संस्थानों को नया रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने यहां तक कहा कि 2008 के चुनाव छत्रसाल स्टेडियम में कांग्रेस प्रमुख ने अनियमित कालोनियों को नियमित करने के लिए प्रोविजनल सर्टीफिकेट तो बांटे, लेकिन सोनिया गांधी को यह मालूम नहीं कि शीला सरकार ने एक भी कालोनी को नियमित नहीं किया। मसलन कहानी सुनाने में कांग्रेस पूरी तरह से माहिर रही है। कांग्रेस की इस कहानी और कथनी को भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पूरा करने जा रही है, जहां कालोनिया भी नियमित होंगी और पीने के पानी व सीवर व्यवस्था भी होगी। वर्मा ने बिजली व्यवस्था, कामनवैल्थ गेम घोटाले, गांव के लाल डोरे, दिल्ली की शिक्षा प्रणाली व स्वास्थ्य, परिवहन व्यवस्था, जलापूर्ति जैसे तमाम मुद्दों पर कांग्रेस द्वारा किये गये सभी दावों की तर्को और उदाहरणों के साथ परते उतारने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
31JULY-2014

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