रविवार, 10 अगस्त 2014

भारत में तेजी से बढ़े एड्स के मामले!

महिलाओं से ज्यादा पुरुषों की मौत
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
देश में एड्स यानि एचआईवी पोजीटिव के मामलों में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है और यह भी चौंकाने वाले आंकड़े केंद्र सरकार की स्वास्थ्य नीति को चुनौती देते नजर आ रहे हैं कि एड्स के कारण होने वाली मौतों में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की संख्या ज्यादा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एचआईवी के मामलों को नियंत्रित करने के लिए अनेक परियोजनाएं और अभियान चलाए हुए हैं इसके बावजूद पिछले तीन साल में एड्स के मामलों की संख्या में बढ़ोतरी नजर आ रही है। हालात ये हैं कि मौजूदा वित्तीय वर्ष 2014-15 यानि अप्रैल व मई के पिछले दो माह में ही देश में 35436 एड्स के नए मामले सामने आये हैं। सरकार की चिंता इसलिए भी बढ़ना स्वाभाविक है कि यदि इस रफ्तार से ही इन मामलों का बढ़ना जारी रहा तो एक साल में यह संख्या कितनी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर की जाए तो वर्ष 2013-14 में ऐसे मामलों की संख्या दो लाख 39 हजार 763 थी। जहां तक राज्यों का सवाल है इन दो माह में सबसे ज्यादा 5499 मामले आंध्र प्रदेश में सामने आए हैं। पिछले तीन सालों में भी इन मामलों में यह राज्य सबसे ऊपर रहा है। हिमाचल प्रदेश ही पूरे देश में ऐसा राज्य रहा है जहां मौजूदा वित्तीय वर्ष के पहले दो माह में एक भी एड्स का रोगी सामने नहीं आया अन्यथा हर राज्य में एचआईवी पोजीटिव के मामलें बढ़ते नजर आए हैं। मौजूदा वित्तीय वर्ष के पहले दो माह की ही बात करें तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 1433, हरियाणा में 902, छत्तीसगढ़ में 416 तथा मध्य प्रदेश में 993 एड्स के नए मामले सामने आए हैं। आंध्र प्रदेश के बाद कर्नाटक ऐसा राज्य रहा जहां 5116 नए मामले इन दो माह में ही प्रकट हुए हैं। उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य रहा है जहां पिछले तीन साल में एचआईवी यानि एड्स के मामलों में तेजी से गिरावट आई है, हालांकि मौजूदा वित्तीय वर्ष के इन पहले दो माह में यूपी में 2388 मामले सामने आए हैं। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार देशभर में एड्स रोगियों में 55.3 प्रतिशत पुरुष और 44.2 महिलाएं शामिल हैं, जबकि पिछले तीन साल में इस रोग से ग्रस्त मरने वालों में 60 प्रतिशत पुरुष और 40 प्रतिशत महिलाएं शामिल रही हैं।
दो माह में हजारों मौत
एड्स के कारण देशभर में मौजूदा वित्तीय वर्ष 2014-15 के पहले दो माह में 9752 लोगों की मौत हुई है, जिसमें सर्वाधिक 3689 लोग महाराष्ट्र में मरे हैं,जबकि आंध्र प्रदेश में 1489, कर्नाटक में 1191 लोग एचआईवी पोजीटिव होने के कारण मौत के मुहं में समा गये हैं। बाकी सभी राज्यों में मरने वालों की संख्या हजार से कम ही रही। दिल्ली में इन दो माह में 87, हरियाणा में 56, मध्य प्रदेश में 170 लोगों की मौत हुई। हिमाचल प्रदेश में इस दौरान 38,पंजाब में 114, राजस्थान में 282, उत्तर प्रदेश में 535 लोगों की मौत हुई है। इन दो माह के आंकड़े देखें तो छत्तीसगढ़ राज्य ही ऐसा रहा जहां एक भी व्यक्ति इस रोग से नहीं मरा है। यदि मौजूदा वित्तीय वर्ष के दो माह में हुई 9752 लोगों को शामिल कर लिया जाए तो पिछले तीन साल में 1.07 लाख लोग चआईवी/एड्स की चपेट में आने के कारण काल का ग्रास बने हैं।
10Aug-2014

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