ओ.पी. पाल. नई दिल्ली। देश की आर्थिक नगरी के नाम से विख्यात मुंबई के उपनगर जिले की मुंबई नॉर्थ लोकसभा सीट पर पांचवे चरण में सोमवार 20 मई को मतदान होगा। मुंबई की इस महत्वपूर्ण लोकसभा सीट पर भाजपा समर्थित महायुति गठबंधन की ओर से भाजपा प्रत्याशी के रुप में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल पहली बार लोकसभा के चुनाव मैदान में हैं। जबकि कांग्रेस समर्थित महाविकास अघाड़ी गठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में भूषण पाटिल यहां भाजपा के गढ़ को भेदने के लक्ष्य के साथ चुनावी जंग लड़ रहे हैं। इस सीट पर इस बार भाजपा प्रत्याशी के सामने पार्टी के सियासी गढ़ को बचाने की चुनौती होगी, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी महाविकास अघाडी गठबंधन की प्रतिष्ठा बचाने के प्रयास में है।
महाराष्ट्र में भाजपा सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और कांग्रेस महाविकास अघाड़ी गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव मैदान में है। राज्य की 48 लोकसभा सीटों में आर्थिक नगरी मुंबई की छह लोकसभा सीटों में मुंबई नॉर्थ लोकसभा सीट पर पिछले चुनावों के समीकरण के आधार पर इस बार भी भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी आमने सामने है। महायुति के साथ भाजपा की नई चुनाव रणनीति के तहत इस सीट से लगातार दो बार के मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी का टिकट काटकर राज्यसभा में सदन के नेता एवं केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल को चुनावी जंग में उतारा है। भाजपा की इस रणनीति के खिलाफ महाविका अघाडी गठबंधन की ओर से भूषण पाटिल को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया है। इस सीट पर हमेशा की तरह इस बार भी भाजपा और कांग्रेस के बीच ही प्रमुख मुकाबला माना जा रहा है, लेकिन इस सीट पर चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाने के लिए उतरे कुल 19 प्रत्याशियों में सात निर्दलीयों के अलावा महाराष्ट्र के क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशी भी अपनी ताकत झोंक रहे हैं। गौरतलब है कि महायुति गठबंधन में भाजपा के अलावा शिवसेना(शिंदे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, राष्ट्रीय समाज पक्ष (महादेव जानकर) हैं, तो महाविकास अघाडी गठबंधन में कांग्रेस के साथ शिव सेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(शरद पवार) हैं।
ये है लोकसभा चुनाव का इतिहास
महाराष्ट्र की मुंबई नॉर्थ लोकसभा सीट पर अभी तक हुए 15 चुनाव में सबसे ज्यादा सात बार भाजपा के प्रत्याशी चुनाव जीते हैँ, जबकि कांग्रेस को छह, और भाजपा समर्थित जनता पार्टी को यहां लगातार दो बार जीत मिली है। 1952 से अब तक यह ऐसा क्षेत्र रहा है, जिसे 1967 और 1971 के लोकसभा चुनाव के दौरान समाप्त कर दिया गया था, जिसे 1977 में फिर से बहाल किया गया। इस चुनावी इतिहास में यह भी एक पहलू है, जब पहले 1952 के लोकसभा चुनाव में यहां दो सांसद निर्वाचित हुए थे। 1977 में यहां मृणाल मोरे और 1980 में रवीन्द्र वर्मा ने जीत दर्ज कर यह सीट जनतापार्टी की झोली में डाली थी। इसके बाद 1984 का चुनाव फिर कांग्रेस प्रत्याशी ने जीता, लेकिन उसके बाद 1989 के चुनाव में भाजपा के राम नाईक ने लगातार पांच जीत दर्ज कर इसे भाजपा का गढ़ बना दिया, लेकिन 2004 में लगातार दो बार राम नाईक को परास्त करके फिल्म अभिनेता गोविंदा और 2009 में संजय निरुपम ने कांग्रेस की वापसी कराई। साल 2014 में कांग्रेस के संजय निरुपम और 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडर को हराकर भाजपा प्रत्याशी गोपाल शेट्टी ने लगातार दो जीत दर्ज कर भाजपा का परचम लहराया। मुंबई नॉर्थ लोकसभा के अंतर्गत मुंबई उपनगर जिले की छह विधानसभा सीटें बोरीवली, दहिसर, मागाठाणे, कांदिवली, चारकोप और मालाड (वेस्ट) आती हैं। इन सीटों में चार में भाजपा, एक में कांग्रेस और एक शिवसेना के विधायक हैं।
जातीय व क्षेत्रवाद गठजोड़ हावी
महाराष्ट्र की सियासत में जातीय समीकरण से ज्यादा क्षेत्रवाद के आधार पर राजनीतिक दल अपनी रणनीति तय करते रहे हैं। इस सबसे ज्यादा 32 प्रतिशत मराठी, 28 प्रतिशत गुजराती व मारवाड़ी, 20 प्रतिशत उत्तर भारतीय, 7 प्रतिशत दक्षिण भारतीय, 9 प्रतिशत मुस्लिमों के अलावा दो प्रतिशत अन्य वर्ग के मतदाता वोटिंग करते रहे हैं।
कौन है भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी
मुंबई उत्तर सीट से भाजपा प्रत्याशी पीयूष गोयल लगातार तीन बार से राज्यसभा सांसद और सदन के नेता होने के साथ केंद्र की मोदी सरकार में रेल, ऊर्जा जैसे कई मंत्रालय में अहम भूमिका निभाने के साथ मौजूदा केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, कपड़ा, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री हैं। उनके पास कांग्रेस प्रत्याशी से ज्यादा राजनीतिक अनुभव है। जबकि भाजपा को को चुनौती देने के लिए सियासी मैदान में कूदे कांग्रेस प्रत्याश भूषण पाटिल कांग्रेस की मुंबई इकाई के उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने पहले 2009 में बोरीवली विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था, जो पिछले दो दशक से ज्यादा समय से कांग्रेस के लिए कार्य कर रहे हैं और वे कांग्रेस की मुंबई इकाई के कोषाध्यक्ष के रूप में भी अपनी भूमिका निभा चुक हैं। यही नहीं वे यूपीए शासनकाल में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड सलाहकार बोर्ड पैनल का भी हिस्सा भी रहे हैं।
मतदाताओं का चक्रव्यूह
कुल मतदाता-1811942
पुरुष-935129
महिला-876616
ट्रांसजेंडर-197
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20May-2024
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