सोमवार, 26 जुलाई 2021

कोरोना में अनाथ बच्चों का पुनर्वास कराएगा हालसा

जिले में तैयार की ‘संघर्ष से उत्कर्ष’ परियोजना हरिभूमि न्यूज.रोहतक। कोरोना काल में अपने माता पिता को खोने वाले अनाथ बच्चों की मदद के लिए राज्य सरकार के बाद हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (हालसा) भी उनके पुनर्वास कराने के लिए आगे आया है। इसके लिए ‘संघर्ष से उत्कर्ष’ परियोजना को तैयार किया गया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन एएस नारंग ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने उन बच्चों की मदद करने का निर्णय लिया है, जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खो दिया है। उन्होंने कहा कि हालसा ने इस उद्देश्य से ही संघर्ष से उत्कर्ष नाम से परियोजना तैयार की है। इस परियोजना के तहत ऐसे सभी बच्चों को सुरक्षा व पुनर्वास की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए हालसा गैर सरकारी संगठनों और सार्वजनिक एजेंसियों की भागीदारी से ऐसे बच्चों को भोजन, आश्रय, कपड़े आदि की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाएगा। एस नारंग ने कहा कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे बच्चों की पीड़ा को कम करना है। उन्होंने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष राजन गुप्ता ने इस परियोजना को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए हैं ताकि ऐसे बच्चों की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास किए जा सके। ---------जागरुकता अभियान---------- एएस नारंग ने कहा कि हालसा ने कोरोना होम वॉरियर्स एक जागरूकता अभियान की भी शुरुआत की है ताकि महामारी की रोकथाम के लिए आमजन में अधिक से अधिक जागरूकता पैदा की जा सके। उन्होंने कहा कि जागरूकता के इस अभियान में बच्चों व सोशल मीडिया का प्रभावी प्रयोग किया जाएगा। एएस नारंग ने कहा कि किसी भी विषय में जागरूकता लाने के लिए बच्चों की अहम भूमिका हो सकती है। बच्चों द्वारा उठाए गए मुद्दों का अत्यधिक प्रभाव रहता है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य से बच्चों को एनीमेटेड फिल्में, पोस्टर व बैनर आदि जागरूकता सामग्री प्रदान की जाएगी। इस जागरूकता अभियान में भाग लेने वाले बच्चों को हालसा द्वारा प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। 11june-2021

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