कांग्रेस
व राकांपा ने बेचे 3574 करोड़ के कूपन
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश के
राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की आय में शामिल धनराशि का आधे से ज्यादा हिस्सा अज्ञात
स्रोतों से जुटाया गया है, जिसमें कांग्रेस व राकांपा ऐसे सियासी दल रहे हैं,
जिन्होंने पिछले 14 साल में करीब 3574 करोड़ रुपये की रकम की आय कूपन की बिक्री के
जरिए हासिल की है।
केंद्रीय
चुनाव आयोग में राष्ट्रीय दलों द्वारा दिये गये आय-व्यय के ब्यौरे के मुताबिक वर्ष
2004-2018 के बीच सात में से छह राष्ट्रीय दलों ने 8721.14 करोड़ रुपये की आय का
स्रोत अज्ञात घोषित किया है। गैर सरकारी संस्था एडीआर द्वारा राजनीतिक दलों की आय
के ब्यौरे का विश्लेषण करने के बाद जारी रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2017-18 में छह
राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित आय 1293.05 करोड़ रुपये घोषित की है, जिसमें 689.44
करोड़ रुपये यानि 53.32 फीसदी आय का स्रोत अज्ञात बताया गया है। इसमें भाजपा की
सर्वाधिक 1027.34 करोड़ में 553.38 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोतों से जुटाई गई है।
जबकि कांग्रेस ने इस अवधि में 199.15 करोड़ आय में 119.91 यानि 60.21 फीसदी रकम का
स्रोत अज्ञात बताया है। राकांपा ने अपनी कुल आय 8.15 करोड़ में 5.37 करोड़ रुपये
प्राप्त करने का अज्ञात स्रोत घोषित किया है। इसी प्रकार बसपा ने अपनी कुल 51.70
करोड़ की आय में 10.67 करोड अज्ञात स्रोत
से जुटाने का दावा किया। इसी प्रकार तृणमूल कांग्रेस ने 5.17 करोड़ की कुल आय
में 2.01 फीसदी तथा सीपीआई ने 1.55 करोड़
में 0.19 फीसदी आय अज्ञात स्रोत से जाहिर की है।
इन अज्ञात स्रोतों से जुटी रकम
रिपोर्ट
के अनुसार राजनीतिक दलों के अज्ञात स्रोतों में चुनावी बांड, कूपन बिक्री, राहत
फंड, मिसलेनियस और कार्यकर्ता सहयोग आदि शामिल है। इन अज्ञात स्रोतों के तहत वर्ष
2017-18 में भाजपा बीस हजार से कम की रकम के रूप् में चुनावी बांड से 210 करोड़
रुपये तथा 342.66 करोड़ रुपये कार्यकर्ता सहयोग यानि स्वैच्छिक योगदान से अर्जित
करने का ऐलान किया है। जबकि कांग्रेस ने अपनी आय में ऐसे स्रोत से 79 लाख, चुनावी
बांड से पांच लाख, कूपन बिक्री से 110.32 करोड़, तथा मिसलेनियस से 3.80 करोड़
अर्जित करना स्वीकार किया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपनी आय में
सर्वाधिक 5.37 करोड़ की राशि कूपन बिक्री से की है।
कूपन के सहारे कांग्रेस व राकांपा
राष्ट्रीय दलों में कांग्रेस व राकांपा ही अकेले
ऐसे दल हैं, जिन्होंने वर्ष 2017-18 के दौरान 115.69 करोड़ रुपये की आय कूपन बिक्री के जरिए अर्जित की है।
हालांकि इन दोनों दलों के पिछले इतिहास पर नजर डालें तो दोनों दलों ने वर्ष
2004-05 से 2017-18 तक कूपन की बिक्री के जरिए सर्वाधिक 3573.53 करोड़ रुपये की
धनराशि पार्टी के कोष में जमा कराई है। इससे पहले वर्ष 2004-15 के बीच 11 साल की
अज्ञात स्रोत से हुई राष्ट्रीय दलों की अज्ञात स्रोत से आय पर नजर डाली जाए तो
जहां भाजपा को 2125.95 करोड़ की आय हुई थी, तो वहीं सर्वाधिक 3323.39 करोड़ रुपये
कांग्रेस ने अपनी आय में अर्जित किये थे।24Jan-2019
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