रविवार, 3 फ़रवरी 2019

लोकसभा चुनाव के साथ हो सकते हैं सात राज्यों के विस चुनाव

चुनाव आयोग से मिल रहे हैं संकेत
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
चुनाव आयोग अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश, ओडीशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव करवा सकता है। चुनाव आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह बताया है। चारों विधानसभाओं का कार्याकाल मई और जून 2019 में खत्म होगा। आयोग सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनावों के साथ आंध्र प्रदेश, ओडीशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराकर चुनाव आयोग पूर्व की परंपरा को निभाएगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि आम चुनाव के साथ जम्मू-कश्मीर विधानसभा का चुनाव कराए जाने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा को पिछले दिनों भंग कर दिया गया था। जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग किए जाने के बाद चुनाव आयोग को छह महीने के भीतर वहां फिर से चुनाव कराना है।
वहां आखिरी सीमा मई में खत्म हो रही है। आयोग सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के साथ जम्मू-कश्मीर में चुनाव करवा सकते हैं। लेकिन यह पहले भी हो सकता है। इस बारे में आयोग विचार करेगा। यहां यह बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा का 6 साल का कार्यकाल 16 मार्च 2021 को खत्म होने वाला था। अन्य राज्यों की विधानसभा और लोकसभा का कार्यकाल 5 साल का होता है। सरकार में मौजूद सूत्रों ने बताया कि जब राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा बलों की तैनाती होगी तो चुनाव आयोग के लिए एक साथ विधानसभा चुनाव कराने में सहूलियत होगी। सिक्किम विधानसभा का कार्यकाल 27 मई 2019 को खत्म हो रहा है और आंध्र प्रदेश, ओडीशा व अरुणाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल क्रमश: 18 जून, 11 जून और एक जून को खत्म होगा।
आयोग के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के लिए इंतजाम होने और उसी दौरान विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने की स्थिति में स्वाभाविक है कि सभी चुनाव एक साथ कराए जाएं। चुनाव आयोग के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अगर महाराष्ट्र और हरियाणा विधान चुनावों को चार राज्यों और लोकसभा के चुनावों के साथ मिला दिया जाए तो 2019 में कोई और चुनाव नहीं होगा। उनका कहना है कि दोनों राज्यों में भाजपा की सरकारें है, अगर पार्टी दोनों विधानसभाओं को तय समय से छह महीने पहले भंग करने का फैसला करती है तो लोकसभा और चार राज्यों के साथ वहां का चुनाव कराया जा सकता है। दोनों राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल नवंबर 2019 में खत्म होगा। इस प्रकार लोकसभा चुनावों के साथ चार राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडीशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के साथ ही जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभाओं के चुनाव कराए जाने की चर्चाएं चल रही है।
15Jan-2019


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