हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
विदेश
मंत्री सुषमा स्वराज व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को महात्मा गांधी की
150वीं जयंती के उपलक्ष्य में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता हेतु राष्ट्रीय सड़क
सुरक्षा सप्ताह अभियान व कार रैली का शुभारंभ किया। केंद्रीय मंत्रियों द्वारा हरी
झंडी देकर रवाना की गई मोटर कार रैली का समापन 7250 किमी सफर के साथ म्यांमार के यांगून
में 24 फरवरी को होगा।

सर्वाधिक हादसे चिंता का कारण
गडकरी
ने कहा कि रैली का उद्देश्य लोगों में सत्य और अहिंसा के गांधीजी के संदेश को फैलाना
है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के आदर्श आज के समय में बहुत प्रासंगिक हैं और दुनिया
भर में लोगों द्वारा सम्मानित किए जाते हैं। गडकरी ने कहा कि चूंकि गांधीजी समाज के
लिए एक प्रेरणा हैं, इसलिए उनकी 150 वीं जयंती पर यह रैली सड़क सुरक्षा के मुद्दों
पर जागरूकता पैदा करने में बड़ा प्रभाव डाल सकती है। देश में लगभग 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं
और इसके परिणामस्वरूप जानमाल की भारी क्षति चिंता को देखते हुए उनकेमंत्रालय ने सड़क
दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने के लिए बयाना कदम उठाए हैं, जिसमें दुर्घटना ब्लैक
स्पॉट्स को सुधारना, बेहतर सड़क इंजीनियरिंग, ड्राइवरों का प्रशिक्षण और जागरूकता पैदा
करना शामिल है।
7250 किमी की दूरी होगी तय
सोमवार को
यहां राजघाट से रवाना की गई मोटर कार रैली भारत के अलावा बांग्लादेश और म्यांमार में
गांधी जी के जीवन से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों से गुजरेगी, जिसमें भारत में साबरमती,
पोरबंदर, दांडी, यरवदा, सेवाग्राम, जबलपुर, लखनऊ, गोरखपुर, चौरीचौरा, चंपारण, शांतिनिकेतन
और कोलकाता से होकर बांग्लादेश की राजधनी ढाका पहुंचेगी। रैली का समापन म्यांमार के
यांगून में 24 फरवरी को होगा। यह रैली 20 दिन की यात्रा में कुल 7250 किलोमीटर की दूरी
तय करेगी। यह रैली भारत और महात्मा गांधी के 150वें वर्ष के उपलक्ष्य में वर्ष भर चलने
वाले समारोहों का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत पिछले साल 2 अक्टूबर को भारत सरकार द्वारा
की गई थी।
05Feb-2019
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