
विपक्षी
दल सदन में चर्चा कराने की मांग पर अड़े
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
सुप्रीम
कोर्ट के फैसले के बावजूद संसद में पश्चिम बंगाल में सीबीआई कार्रवाई के मुद्दे पर
तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का सरकार के खिलाफ तकरार बरकरार रहा।
राज्यसभा में इस मुद्दे पर हुए हंगामे के कारण पूरे दिन की कार्यवाही ठप रही और
राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू नहीं हो सकी।

लोकसभा में भी गरमाया मुद्दा
लोकसभा
में भी कोलकाता में सीबीआई और पुलिस के बीच टकराव के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के
सदस्यों के भारी हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे तक और फिर
दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी। एक बार के स्थगन
के बाद दोपहर 12 बजे कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हंगामे
के बीच ही आवश्यक दस्तावेजों को सदन के पटल पर रखवाया। इसी शोर शराबे के बीच स्पीकर
ने शून्यकाल को भी चलाने का प्रयास किया, लेकिन तृणमूल के अलावा कांग्रेस के सांसद
भी राफेल पर जेपीसी जांच, आंध्र प्रदेश में तेदेपा सांसद राज्य को विशेष श्रेणी का
दर्जा देने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे तो सदन की कार्यवाही को दो बजे तक
स्थगित कर दिया गया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा
लोकसभा
में दो बजे शुरू हुई कार्यवाही के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण के प्रस्ताव पेश करते
हुए भाजपा के हुकुम देव नारायण यादव ने चर्चा की शुरूआत की। इस चर्चा के दौरान भी
कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सदन में हंगामा किया। इस चर्चा में
भाजपा के जगदम्बिका पाल, राजेंद्र अग्रवाल, गणेश सिंह व रतनलाल कटारिया, राकांपा के
मधुकर कुकड़े, समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव आदि ने चर्चा में हिस्सा लिया।
06Feb-2019
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