गुरुवार, 14 फ़रवरी 2019

सीबीआई मुद्दे पर राज्यसभा की कार्यवाही ठप


विपक्षी दल सदन में चर्चा कराने की मांग पर अड़े
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद संसद में पश्चिम बंगाल में सीबीआई कार्रवाई के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का सरकार के खिलाफ तकरार बरकरार रहा। राज्यसभा में इस मुद्दे पर हुए हंगामे के कारण पूरे दिन की कार्यवाही ठप रही और राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू नहीं हो सकी।
राज्यसभा में मंगलवार को सुबह कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर      रखवाए। वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और राजद के मनोज झा ने सीबीआई के दुरुपयोग के मुद्दे पर नियम 267 के तहत सदन में चर्चा कराने की मांग पर अड़े रहे। इस पर सभापति नायडू ने इस मामले को शून्यकाल में उठाने की बात कहते हुए उनके नोटिस नामंजूर कर दिये, इससे खफा तृणमूल सदस्यों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। डेरेक ओ ब्रायन ने शून्य काल को स्थगित कर उनके नोटिस पर चर्चा कराने की मांग की। इस हंगामे में शून्यकाल व प्रश्नकाल भी नहीं हो सके, क्योंकि कुछ देर बाद ही सदन में हंगामें के कारण सभापति ने 11 बज कर करीब 12 मिनट पर कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले नायडू ने भारत रत्न के लिए चुने गए प्रणब मुखर्जी और दिवंगत नानाजी देशमुख और पद्म सम्मान के लिए चुने गए हुकुमदेव नारायण यादव, कुलदीप नैयर, सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा को सदन में बधाई दी। एक बार के स्थगन के बाद दो बजे शुरू हुई कार्यवाही के दौरान उप सभापति हरिवंश ने वित्त राज्य मंत्री पी. राधाकृष्णन से अनुपूरक अनुदान मांगों 2018-19 (फरवरी 2019) का विवरण पेश कराया, जिन्होंने वित्त मंत्री पीयूष गोयल की ओर से यह विवरण सदन के पटल पर रखा। इसके बाद उप सभापति हरिवंश ने भाजपा सदस्य भूपेंद्र यादव से राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करने को कहा और यादव खड़े भी हुए, लेकिन सीबीआई के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल आसन के करीब आकर सरकार विरोध नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। हंगामा देख हरिबंश ने सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।
लोकसभा में भी गरमाया मुद्दा
लोकसभा में भी कोलकाता में सीबीआई और पुलिस के बीच टकराव के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के भारी हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे तक और फिर दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी।  एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हंगामे के बीच ही आवश्यक दस्तावेजों को सदन के पटल पर रखवाया। इसी शोर शराबे के बीच स्पीकर ने शून्यकाल को भी चलाने का प्रयास किया, लेकिन तृणमूल के अलावा कांग्रेस के सांसद भी राफेल पर जेपीसी जांच, आंध्र प्रदेश में तेदेपा सांसद राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे तो सदन की कार्यवाही को दो बजे तक स्थगित कर दिया गया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा
लोकसभा में दो बजे शुरू हुई कार्यवाही के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण के प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा के हुकुम देव नारायण यादव ने चर्चा की शुरूआत की। इस चर्चा के दौरान भी कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सदन में हंगामा किया। इस चर्चा में भाजपा के जगदम्बिका पाल, राजेंद्र अग्रवाल, गणेश सिंह व रतनलाल कटारिया, राकांपा के मधुकर कुकड़े, समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव आदि ने चर्चा में हिस्सा लिया। 
06Feb-2019
 



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