गुरुवार, 14 फ़रवरी 2019

फिर हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही

सपा-बसपा ने की शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण पर चर्चा की मांग
सदन में शुरू हुई राष्ट्रपति अभिभाषण प्रस्ताव पर चर्चा अधूरी
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
संसद के बजट में राज्यसभा की कार्यवाही पांचवे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ी, जहां सपा-बसपा ने उच्च शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग को लेकर अन्य विपक्षी दलों के साथ जमकर हंगामा किया। हालांकि उच्च सदन में हंगामे के दौरान ही एक विधेयक पेश किया गया, लेकिन हंगामे के कारण पूरे दिन के लिए स्थगित हुई कार्यवाही के कारण शुरू हुई राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा अधूरी रह गई।
पिछले सप्ताह शुरू हुए संसद के बजट सत्र के पांचवे दिन बुधवार को शुरू हुई उच्च सदन की कार्यवाही के दौरान सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। उसके बाद उन्होंने सदन को विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सपा के रामगोपाल यादव, राजद के मनोज झा, कांग्रेस के रिपुन बोरा सहित पांच सदस्यों के नोटिस की जानकारी दी, जिसमें सपा ने उच्च शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण संबंधी रोस्टर प्रणाली का मुद्दा भी शामिल है। इस आरक्षण के मुद्दे पर सपा व बसपा सदस्यों  ने चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया, जिनके समर्थन में अन्य सदस्यों ने भी सदन में हंगामा शुरू कर दिया। इस हंगामे के कारण कुछ  देर बाद ही सदन की कार्यवाही को दो बजे तक स्थगित कर दिया।
हंगामे के बीच पेश हुआ विधेयक
राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दो बजे शुरू हुई तो फिर से सपा के रामगोपाल यादव ने आरक्षण मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग की, जिनके समर्थन में बसपा, राजद और तृणमूल कांग्रेस आदि के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के करीब आ गये। इसी हंगामे के चलते गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने संविधान 125वां संशोधन विधेयक-2019 सदन पटल पर रखते हुए पेश किया। वहीं उपसभापति हरिवंश ने आरक्षण का मुद्दा गुरुवार को शून्यकाल में उठाने का अनुरोध करते हुये राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा कराने की अपील की और उन्होंने भूपेन्द्र यादव का नाम पुकारा जिन्होंने चर्चा की शुरूआत की, लेकिन आरक्षण के मुद्दे पर जारी हंगामे में इस मुद्दे पर सदन में मौजूद मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की योजना की जानकारी देकर हस्तक्षेप करना चाहा, लेकिन जारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
अवकाश लेने पर नायडू की नसीहत
सभापति नायडू ने बुधवार को सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सदन को सूचित किया कि सपा के बेनी प्रसाद वर्मा और केरल कांग्रेस के जोस के मणि ने वर्तमान सत्र से अवकाश मांगा है, जिन्हे सदन की अनुमति से अवकाश की मंजूरी दे दी। इसके साथ ही नायडू ने उच्च सदन के सदस्यों को नसीहत देते हुए कहा कि वे अवकाश के लिए अपने आवेदन में उसी तरह समुचित कारण स्पष्ट करें, जिस प्रकार बेनी प्रसाद वर्मा ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए वर्तमान सत्र से अवकाश की मांग की है। उन्होंने बताया कि केरल कांग्रेस के सदस्य जोस के मणि ने अपने आवेदन में पार्टी संबंधी कारणों का हवाला देते हुए अवकाश मांगा है। इस पर नायडू का कहना था कि सभी सदस्य अवकाश के लिए अपने आवेदन में पार्टी या परिवार संबंधी कारणों का हवाला देने के बजाय समुचित कारण स्प्ष्ट करें, तो बेहतर होगा।
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लोकसभा की इसलिए हुई कार्यवाही स्थगित
लोकसभा की कार्यवाही बीजद सदस्य लाडू किशोर स्वैन को श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। 71 वर्षीय स्वैन का बुधवार सुबह भुवनेश्वर में निधन हो गया, जो किडनी संबंधी बीमारी से पीड़ित थे। उनके निधन की सूचना बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर  लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने दी। इसके बाद सदस्यों ने दो मिनट का मौन धारण करके उन्हें श्रद्धांजलि दी और सदन की कार्य़वाही दिन भर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी गई।
07Feb-2019

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