बुधवार, 26 नवंबर 2014

उच्च सदन में बदला दलीय गणित!

राज्यसभा में दस सदस्यों का कार्यकाल समाप्त
तीन पुन: निर्वाचित समेत 11 नए सदस्य आज लेंगे शपथ
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
राज्यसभा में यूपी के दस सदस्यों का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया है, जिन्हें सदन ने विदाई देकर उनके देशहित में प्रशासनिक व राजनीतिक सहयोग की सराहना की। हालांकि इन दस में से तीन सदस्य बुधवार को नए सदस्यों के साथ फिर से उच्च सदन की सदस्यता और गोपनीयता की शपथ लेंगे।
इसी महीने उत्तर प्रदेश की दस और उत्तराखंड की एक रिक्त सीटों पर चुनाव कराए गये। उत्तर प्रदेश की दस सीटों पर हुए द्विवार्षिक चुनाव में सभी निर्विरोध सदस्य बने हैं, जिनमें मोदी मंत्रिमंडल में हाल ही में शामिल होकर रक्षा मंत्री बने मनोहर पार्रिकर उत्तर प्रदेश से भाजपा के टिकट पर राज्यसभा सदस्य बने हैं। जबकि प्रो. रामगोपाल यादव समेत समाजवादी पार्टी के छह, बसपा के दो तथा कांग्रेस का एक उम्मीदवार भी राज्यसभा के लिए निर्विरोध सदस्य बने हैं, जो बुधवार को शपथ लेंगे। यूपी से जिन दस सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हुआ है उसमें सपा के प्रो. रामगोपाल यादव तथा बसपा के वीर सिंह व राजाराम पुन: निर्वाचित हुए हैं। जबकि नए सदस्यों में बुधवार को सपा के यूपी में कैबिनेट मंत्री आजम खां की पत्नी तंजीन फातिमा, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर, रवि प्रकाश वर्मा, जावेद अली खान और चंद्रपाल सिंह यादव के अलावा कांग्रेस के पीएल पुनिया शामिल हैं। इसके अलावा उत्तराखंड से कांग्रेस की निर्विरोध निर्वाचित सदस्य मनोरमा डोबरियाल शर्मा भी शपथ लेने वाले सदस्यों में शामिल होंगी, जो भाजपा के भगत सिंह कोशियारी के लोकसभा सदस्य बनने के बाद रिक्त सीट से चुनी गई हैं।
सदन में बदला दलीय समीकरण
उच्च सदन में इस निर्वाचन के बाद दलीय समीकरण बदल गये हैं। 245 सदस्य वाले उच्च सदन में फिलहाल आंकडों पर गौर करें तो कांग्रेस को दो सीटो का फायदा होने से वह 68 से 70 के आंकड़े पर जा पहुंची है, जबकि भाजपा को उत्तराखंड की सीट गंवाने के बाद अब 44 के बजाए 43 सीटों पर ही सब्र करना होगा, हालांकि हरियाणा की दो सीटों का तोहफा भाजपा को इसी माह मिलना तय है। राज्यसभा से जिन दस सदस्यों का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया है उनमें छह बसपा, दो निर्दलीय और एक-एक भजापा व सपा की सीटें थी। सपा के प्रो. रामगोपाल की फिर से वापसी हो रही है, तो उसके साथ उसके पांच अतिरिक्त सदस्यों की संख्या में इजाफा हुआ है, जबकि बसपा के छह में से दो सदस्य वीर सिंह व राजाराम फिर ही वापसी कर रहे हैं, तो बसपा के सदन में चार सदस्य कम हो गये हैं, जबकि भाजपा की कुसुम राय के स्थान पर मनोहर पार्रिकर और निर्दलीय मोहम्मद अदीब के स्थान पर कांग्रेस के पीएल पुनिया सदन के सदस्य होंगे। अब राज्यसभा में उत्तर प्रदेश की निर्धारित 31 सीटों में से इस निर्वाचन के बाद सपा की दस से बढ़कर 15 हो गई है, जबकि बसपा की 14 के बजाए दस हो गई है। जबकि भाजपा व कांग्रेस के अब यूपी से तीन-तीन सदस्य ही रह गये हैं। जबकि उत्तराखंड में कांग्रेस की सदस्य निर्वाचित होने से भाजपा को एक सीट का घाटा हो गया है।
इनका कार्यकाल हुआ पूरा
उच्च सदन में जिन दस सदस्यों का कार्यकाल पूरा हुआ है उनमें भाजपा की कुसुम राय, सपा के प्रो. रामगोपाल यादव के अलावा बसपा के ब्रजेश पाठक, अखिलेश दास गुप्ता, वीर सिंह, राजाराम, अवतार सिंह करीमपुरी, ब्रजलाल खबरी, सपा से निर्दलीय सदस्य हुए अमर सिंह सपा और कांग्रेस से निर्दलीय सदस्य माने गये मोहम्मद अदीब शामिल है। राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी ने सभी को सदन में बोलने का मौका दिया, वहीं बाद में सदन नेता अरुण जेटली ने भी इन सदस्यों की देश के लिए की सेवा को सराहा। इनमें तीन की वापसी हो रही है, तो आठ नए सदस्य उच्च सदन में पहली बार नजर आएंगे।
26Nov-2014

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