शनिवार, 15 नवंबर 2014

बीरेन्‍द्र और सुरेश प्रभु को राज्‍यसभा भेजने की तैयारी!



हरियाणा की दो रास सीटों पर उपचुनाव का ऐलान
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा राज्यसभा में हरियाणा राज्य की दो रिक्त सीटों के लिए पांच दिसंबर को उप चुनाव कराने का ऐलान कर दिया गया है। इस ऐलान के साथ ही मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल किये गये चौधरी बीरेन्द्र सिंह और सुरेश प्रभाकर प्रभु को राज्यसभा में लाने के लिए भाजपा अपना प्रत्याशी बना सकती है।
राज्यसभा में हरियाणा के लिए पांच सीटें निर्धारित हैं। हरियाणा राज्य के विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस के टिकट से राज्यसभा सदस्य चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने भाजपा का दामन थामते ही 28 अगस्त को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। वहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव में विधायक निर्वाचित हुए इनेलो के रणबीर सिंह प्रजापति ने भी राज्यसभा की सदस्यता से 28 अक्टूबर को इस्तीफा दे दिया था, जो एक नवंबर को स्वीकार किया गया। इस कारण राज्यसभा में दोनों सीटों को रिक्त घोषित करते हुए चुनाव आयोग ने उप चुनाव कराने का निर्णय लिया है। चौधरी बीरेन्द्र सिंह व रणबीर प्रजापति का कार्यकाल एक अगस्त 2016 को समाप्त होना था। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को सुबह हरियाणा की राज्यसभा के लिए इन दोनों रिक्त सीटों के लिए उप चुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। चुनाव आयोग के अनुसार 18 नवंबर से अधिसूचना जारी होते ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और 25 नवंबर तक पर्चे दाखिल किये जा सकते हैं। 26 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 28 नवंबर तक नामांकन वापिस लिये जा सकेंगे। आयोग के अनुसार यदि आवश्यकता पड़ी तो इन सीटों के लिए उपचुनाव में पांच दिसंबर को सुबह नौ से सायं चार बजे तक मतदान होगा और उसी दिन सायं पांच बजे से मतगणना होगी। यह चुनाव प्रक्रिया आठ दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। फिलहाल हरियाणा से दो कांग्रेस के सदस्य कुमारी सैलजा व सादीलाल बत्रा और एक इनेलो से रामकुमार कश्यप राज्यसभा में सदस्य हैं और इन दो सीटों के उपचुनाव के बाद राज्य का निर्धारित कोटा पूरा हो जाएगा।
प्रभु के लिए आसान नहीं राह
राजनीतिक दृष्टि से कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले चौधरी बीरेन्द्र सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करके ग्रामीण विकास मंत्री बना दिया गया है, तो वहीं शिवसेना छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुरेश प्रभाकर प्रभु को मोदी सरकार में रेल मंत्री बनाया गया है। दोनों ही फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं है। हरियाणा की दो सीटों पर उप चुनाव में इन दोनों केंद्रीय मंत्रियों को राज्यसभा में लाने के लिए भाजपा अपना प्रत्याशी बनाएगी ऐसी प्रबल संभावनाएं हैं। राज्य में दलीय स्थिति को देखते हुए बीरेन्द्र सिंह का भाजपा के टिकट पर राज्यसभा मे आना तय माना जा रहा है, जबकि दूसरे सदस्य के रूप में सुरेश प्रभु को राज्यसभा में लाने के लिए हरियाणा की सत्तारूढ़ भाजपा को गठजोड़ करने के लिए मशक्कत करनी पड़ सकती है, अन्यथा दूसरी सीट इनेलो के खाते में ही पहुंचने की गुंजाइश बनी रहेगी। हरियाणा में दलीय स्थिति के अनुसार भाजपा के 47, इनेलो के 19, कांग्रेस के 15, हजकां के दो, अकाली दल का एक और पांच निर्दलीय सदस्य हैं।
15Nov-2014

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