मंगलवार, 23 सितंबर 2014

पशुओं समेत बंगले में डेरा डालने की तैयारी में किसान!


12 तुगलक रोड़ पर कोर कमेटी की बैठक आज, बनेगी संघर्ष समिति
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह से 12 तुगलक रोड का सरकारी आवास खाली कराने का विरोध गहराता जा रहा है, जिससे रालोद और भाकियू समर्थक किसानों के मसीहा स्व. चौधरी चरण सिंह का स्मारक बनाने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के सामने आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार है। मंगलवार को इसी बंगले पर होने वाली बैठक में एक संघर्ष समिति का गठन है, जिसके नेतृत्व में आंदोलन की रणनीति बनेगी। ऐसी भी खबर है कि चरण सिंह स्मारक बनाने की मांग को लेकर किसान अपने पशुओं के साथ इस सरकारी बंगले पर डेरा डालने की तैयारी कर रहे हैं?
भाकियू के प्रवक्ता ने बताया कि 12 तुगलक रोड के सरकारी बंगले को स्व. चौधरी चरण सिंह स्मारक बनवाने के लिए किसान किसी भी तरह की कुर्बानी से पीछे हटने वाला नहीं है। इसी बंगले पर मंगलवार 23 सितंबर को रालोद कोर कमेटी और भाकियू कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक होगी, जिसमें रालोद व भाकियू से जिम्मेदार लोगों का चयन करके चौधरी चरण सिंह स्मारक हेतु आंदोलन को तेज करने के लिए एक संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति आंदोलन की रणनीतियां तय करेगी और इस समिति के नेतृत्व में किसानों के हक को हासिल करने के लिए इस बंगले को चौधरी चरण सिंह स्मारक घोषित होने तक आंदोलन चलेगा। किसानों का आंदोलन का क्या रूप होगा इसके बारे में भाकियू का कहना है कि सरकार इस मांग को पूरी नहीं करती तो किसान आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार बैठा है। सूत्रों के अनुसार ऐसी भी खबर है कि चौधरी अजित सिंह इस बंगले को 24 सितंबर को खाली कर देंगे, जिसके तुरंत बाद दिल्ली कूच करने वाले किसान इस सरकारी बंगले में अपने पशुओं के साथ डेरा जमा लेंगे? हालांकि भाकियू प्रवक्ता और रालोद का कहना है कि इस तरह की नौबत नहीं आनी चाहिए, लेकिन किसान इसी स्थान पर अपना आंदोलन चलाएंगे, यदि सरकार उन्हें बंगले में नहीं घुसने देगी, तो वह बाहर सड़क पर ही बेमियादी धरना देने का निर्णय ले सकते हैं। भाकियू नेताओं का कहना है कि 12 तुगलक रोड़ से चौधरी चरण के परिवार का नाता कई दशक पुराना है और इसी बंगले में चौधरी चरण सिंह ने अंतिम सांस ली थी। उसी समय से इस बंगले में छोटे चौधरी अजित सिंह का परिवार रहता आ रहा है। इसलिए देश के करोड़ो किसानों की इस बंगले से भावनाएं जुड़ी हुई हैं। इसलिए किसान इसे चौधरी चरण सिंह का स्मारक ही मानते हैं जिसकी 1987 में तत्कालीन सरकार भाकियू के संस्थापक अध्यक्ष चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत की मौजूदगी घोषणा भी कर चुकी थी।
आज से शुरू दिल्ली कूच करेंगे
किसान चौधरी चरण सिंह स्मारक की मांग के कारण विवादों में घिरा 12 तुगलक रोड का सरकारी बंगला आंदोलन का केंद्र बनने की राह पर है। मंगलवार को इस बंगले पर भले ही रालोद और भाकियू के वरिष्ठ नेताओं वाली कोर कमेटी की बैठक होने की बात हो रही हो, लेकिन संकेत हैं कि खासकर यूपी,हरियाणा व पंजाब के किसानों का कूच मंगलवार को दिल्ली की तरफ होने जा रहा है। भाकियू पहले ही चौधरी चरण सिंह स्मारक के लिए आर-पार की लड़ाई का ऐलान करके एक टैÑक्टर, 21 किसान और पांच कुंतल अनाज के साथ यहां जमावडा लगाने के लिए सरकार को चेतावनी दे चुकी है। किसानों के आंदोलन की तैयारियों में किसान अपने पशुओं को भी साथ लेकर आ सकते हैं ऐसी चर्चाए तेज हैं। किसानों में सरकार द्वारा इस बंगले को स्मारक बनाने की मांग खारिज करने का गुस्सा ज्यादा देखा जा रहा है।
23Sep-2014

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