शुक्रवार, 12 सितंबर 2014

उप चुनाव: दावं पर लगी मोदी और मुलायम की प्रतिष्ठा!

तीन लोकसभा और 33 विधानसभा के लिए मतदान 13 को
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
गुजरात और उत्तर प्रदेश समेत नौ राज्यों में तीन लोकसभा और 33 विधानसभा सीट पर 13 सितंबर को होने वाले उप चुनावों में जहां केंद्र की राजग सरकार की अगुवाई कर रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को लेकर प्रतिष्ठा दावं पर है, वहीं खासकर उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल के मुखिया मुलायम सिंह यादव की साख भी उप चुनाव की कसौटी पर कसी जाएगी।
लोकसभा चुनाव में मोदी मैजिक की बदौलत भाजपा केंद्र में सत्ता हासिल करके नेतृत्व करने के लिए जिस तरह से जनादेश लेकर आई उसमें लगभग सभी विपक्षी दलों की राजनीति जमीन से खिसकी है और कई दलों का तो राष्टÑीय राजनीति में अस्तित्व भी जाता रहा है। लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी यूपी की वाराणसी और गुजरात की बडोदरा सीट से जीते थे, जिन्होंने बडोदरा संसदीय सीट छोड़ दी है। इसी प्रकार सपा प्रमुख यूपी की आजमगढ़ व मैनपुरी से चुनाव जीते थे, जिन्होंने मैनपुरी सीट छोड़ी है, तो इसी प्रकार आंध्र प्रदेश की मेडक सीट से लोकसभा चुनाव जीतने वाले टीआरएस प्रमुख चंद्रशेखर राव ने तेलंगाना का मुख्यमंत्री बनने के बाद संसदीय सीट से इस्तीफा दिया था। लोकसभा की इन तीनों रिक्त सीटों पर 13 सितंबर को उप चुनाव होना है। इसी प्रकार लोकसभा चुनाव में विभिन्न राज्यों में विधायकों ने जीत हासिल कर लोकसभा में प्रवेश किया तो वे सीटे रिक्त हो गई थी, जिन्हें भरने के लिए नौ राज्यों की 33 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव हो रहे हैं, इनमें उत्तर प्रदेश में 11 विधानसभा और गुजरात में नौ विधानसभ सीटें शामिल हैं, जहां गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री पद संभालने के बावजूद प्रतिष्ठा दांव पर है। इसके अलावा राजस्थान की चार, पश्चिम बंगाल की दो तथा छत्तीसगढ़ व आंध्र प्रदेश की एक-एक विधानसभा सीटों पर उप चुनाव हो रहा है। लोकसभा में ऐतिहासिक रूप से बदले राजनीतिक परिदृश्य के बावजूद राजग सरकार बनने के बाद हुए दो उप चुनाव के नतीजे भाजपा के नेतृत्व में राजग के लिए एक सबक के रूप में उभरे, जिसके लिए 13 सितंबर के चुनाव राजग के लिए बेहद अहम माने जा रहे हैं।
अग्नि परीक्षा से कम नहीं उप चुनाव
भाजपा और समाजवादी पार्टी के लिए ये उपचुनाव राजनीति के सामने आ रहे आयामों के लिहाज से काफी अहम माने जा रहे हैं, जिसमें स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता भी सियासी कसौटी पर है, तो समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह के लिए उत्तर प्रदेश में स्वयं की छोड़ी मैनपुरी संसदीय सीट और राज्य की 11 विधानसभा के उपचुनाव में साख दांव पर लगी हुई है। दरअसल नरेन्द्र मोदी के लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक विजय हासिल करने के बाद यह तीसरे उप चुनाव हो रहे हैं। लोकसभा चुनावों के तुरंत बाद उत्तराखंड विधानसभा की तीन सीटों पर उप चुनाव हुए थे और सभी पर कांग्रेस विजयी रही थी, जिसमें भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की डोईवाला विधानसभा सीट बचाने में भी पार्टी सफल नहीं हो पाई थी। इसी प्रकार अगस्त में बिहार सहित चार राज्यों की 18 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में यूपीए को दस और राजग को आठ सीटें मिली थीं। उप चुनावों के इन नतीजों के कारण राजग के लिए 13 सितंबर के होने वाले उप चुनाव किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं माने जा रहे हैं।
11Sep-2014

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