मंगलवार, 7 जनवरी 2014

प्रवासी भारतीयों पर भी रहेगी सियासी नजर!


देश व राज्यों में निवेश कराने के बहाने होगी चर्चा
ओ.पी.पाल
आगामी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मंगलवार से आरंभ हो रहे प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में जहां सरकार देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की कवायद करके अनिवासी भारतीयों से देश में अधिक से अधिक निवेश करने पर जोर देगी, वहीं इस निवेश के बहाने प्रवासी भारतीयों पर किसी न किसी रूप में 2014 में होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर सियासी निशाने भी लगाए जाएंगे। इसकी शुरूआत भाजपा ने तो सोमवार को ही कर दी।
हालांकि देश में भ्रष्टाचार और घोटालों के चलते अप्रवासी भारतीय सतर्कता बरतने का प्रयास करेंगे, लेकिन स्वयं प्रधानमंत्री अपने उद्घाटन भाषण में यह कहकर प्रवासियों की शंका को दूर करने का प्रयास कर उन्हें आश्वस्त कर सकते हैं कि सरकार प्रशासनिक प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता तथा निगरानी सुनिश्चित करने के लिए अनेक उपाय करके बदलाव लाने के लिए कटिबद्ध है। इस सम्मेलन में चूंकि आधा दर्जन राज्यों को भी राज्यों में निवेश जैसे विषयों पर आयोजित सत्रों में मौका दिया जा रहा है तो जाहिर सी बात है उनकी नजर भी सियासी रूप में अनिवासी भारतीयों पर पड़ना तय माना जा रहा है। सरकार की ओर से इस सम्मेलन के एजेंडे में जिस तरह के विषय शामिल किये गये हैं उनका मकसद यही है कि प्रवासी भारतीय भी भारतीय अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनकर बुनियादी ढांचों और विकास को प्रोत्साहित करें, ताकि प्रशासनिक सुधार में अनिवासियों की भूमिका भी अहम हो सके। अनिवासी भारतीय इस प्रवास के दौरान विभिन्न दलों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भी हिस्सा ले रहे हैं तो देश की राजनीतिक दृष्टि से भी अनिवासियों से चर्चा करना लाजमी है। प्रवासी सम्मेलन की पूर्व संध्या पर भाजपा मुख्यालय में सोमवार को भाजपा ने आस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, चीन, नेपाल,नार्वे, सऊदी अरब, इजरायल, कतर, थाईलैंड, मलेशिया, जापान, इटली, वियतनाम और मॉरिशस सहित अन्य देशों से आए अनिवासी भारतीयों के समक्ष आगामी चुनाव में भाजपा के लिए समर्थन मांगा। भाजपा ने अनिवासी भारतीयों से संचार माध्यमों के जरिए समर्थन जुटाने और आर्थिक सहयोग करने की अपील की है। ऐसे में इस सम्मेलन में यूपीए सरकार का नेतृत्व कर रही कांगे्रस और अन्य सहयोगी दल भी इस तरह की कोशिशें करते नजर आएं ऐसी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
भ्रष्टाचार के मुद्दे से अनभिज्ञ नहीं प्रवासी
भले ही हर साल प्रवासी भारतीय दिवस पर प्रवासी भारतीयों की देश के बुनियादी ढांचे और विकास में भागीदारी करने के लिए अधिक से अधिक निवेश करने का पास फेंका जाता हो, लेकिन देश में छन-छनकर आ रहे भ्रष्टाचार और घोटालों के मामलों से दुनियाभर में कलंकित हो रही देश की छवि से अनिवासी भारतीय भी अनभिज्ञ नहीं हैं। इस बात को सरकार और हर भारतीय भी जानता है लेकिन बार-बार प्रवासी भारतीयों को उनकी शंका दूर करने के प्रयास में उन्हें अपनी मातृभूमि का वास्ता देकर लुभाया जाता है और उनका योगदान मिल भी रहा है। इस बार तो सिर पर आगामी लोकसभा चुनाव भी है तो जाहिर सी बात है कि उसे लेकर भी चर्चा होगी।
राहुल गांधी भी बनेंगे गवाह
इस सम्मेलन के एक सत्र के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी युवा अनिवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे और देश की सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विषयों पर भी खुलकर चर्चा करके इनमें सहयोग की अपील करेंगे। पहले ही दिन केंद्र सरकार में मंत्री जितेन्द्र सिंह को युवा प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रमुखता दी गई, अन्य में केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी एवं सचिन पायलट भी संबोधित कर सकते हैं।
07Jan-2014

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