सोमवार, 1 फ़रवरी 2021

उत्तराखण्ड की ‘केदारखंड’ झांकी को मिला तृतीय पुरस्कार

गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में हुई थी शामिल हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर विभिन्न राज्यों की झांकियों ने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के राजपथ पर आयोजित परेड में हिस्सा लिया, जिसमें शामिल रही उत्तराखण्ड की ‘केदारखंड’ झांकी को तीसरे स्थान के लिये पुरस्कृत किया गया है। जबकि उत्तर प्रदेश की झांकी को प्रथम और त्रिपुरा की झांकी को दूसरा स्थान मिला है। नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में गुरुवार को केंद्रीय राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने यह पुरस्कार प्रदान किया। उत्तराखण्ड के प्रतिनिधि और टीम लीडर केएस चौहान ने राज्य की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया। राज्य गठन के बाद उत्तराखण्ड द्वारा अनेक बार प्रतिभाग किया गया परंतु यह पहला अवसर है, जब उत्तराखण्ड की झांकी को पुरस्कार के लिए चुना गया है। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण कर इसे पहले से भी अधिक भव्य रूप प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री ने झांकी को पुरस्कार के लिए चुने जाने पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए सचिव सूचना दिलीप जावलकर, सूचना महानिदेशक डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट, टीम लीडर व उपनिदेशक सूचना केएस चौहान और झांकी बनाने वाले कलाकारों तथा झांकी में सम्मलित सभी कलाकारों को बधाई दी है। गौरतलब है कि राजपथ नई दिल्ली गणतंत्र दिवस समारोह में उत्तराखण्ड राज्य की ओर से ‘केदारखंड’ की झांकी प्रदर्शित की गई थी। उत्तराखण्ड सूचना विभाग के उपनिदेशक/झांकी के टीम लीडर के.एस.चौहान के नेतृत्व में 12 कलाकारों के दल ने भी झांकी में अपना प्रदर्शन किया। झांकी का थीम सांग “जय जय केदारा” था। गणतंत्र दिवस परेड-2021 समारोह में उत्तराखण्ड राज्य की झांकी में सम्मिलित होने वाले कलाकारों में झांकी निर्माता श्रीमती सविना जेटली, मोहन चन्द्र पाण्डेय, विशाल कुमार, दीपक सिंह, देवेश पन्त, वरूण कुमार, अजय कुमार, श्रीमती रेनू, कु. नीरू बोरा, कु. दिव्या, कु. नीलम और कु. अंकिता नेगी शामिल थे। यूपी की झांकी को पहला पुरस्कार नई दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई उत्तर प्रदेश की झाँकी श्रीराम मंदिर को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। दिल्ली कैंट स्थित रविन्द्र राष्ट्रीय रंगशाला में आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में ट्राफी और प्रशस्ति पत्र युवा कल्याण एवं खेल राज्य मंत्री किरन रिजिजू के कर-कमलों से प्राप्त किया सूचना विभाग उप्र के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल, सूचना निदेशक, उप्र शिशिर कुमार सिंह और टीम ने। इस अवसर पर झाँकी के कलाकारों ने मंच पर अपनी शानदार प्रस्तुति से उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जबकि त्रिपुरा की झांकी को दूसरा सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दिया गया। त्रिपुरा की झांकी ने सामाजिक-आर्थिक मापदंडों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए पर्यावरण के अनुकूल परंपरा को बढ़ावा दिया। पूर्वोत्तर राज्य 19 जनजातियों का घर है और दुनिया की 21 प्रजातियों का समर्थन करने वाले बांस का समृद्ध संसाधन है। झांकी में बांस की प्रजाति और जनजातियों की समृद्ध विरासत को दिखाया गया, जिसमें उनके पारंपरिक परिधान प्रदर्शित होते थे, जो बांस और बेंत से बने उत्पादों को पहने हुए थे। गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस परेड में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 32 झांकी शामिल हुई, जिनमें 17 सबसे अच्छी झांकी का चयन किया गया। इनमें नौ विभिन्न मंत्रालयों और विभागों और अर्धसैनिक बलों से और छह रक्षा मंत्रालय के अलावा देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और रक्षा कौशल का चित्रण करने वाली शामिल हैं। 29Jan-2021

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