गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

केंद्रीय बजट में खुला राष्ट्रीय रेल योजना लागू करने का रास्ता

रेलवे को रिकॉर्ड 1.07 करोड का आवंटन हुआ हरिभूमि न्यूज, रोहतक। केन्द्रीय बजट 2021-22 में भारतीय रेलवे के लिए रिकॉर्ड 1,10,055 करोड़ रुपये के परिव्यय मंजूर किया गया है, जिसमें से 1,07,100 करोड़ रुपये पूंजीगत निवेश के लिए दिए जाएंगे। इस आवंटन में अब भारतीय रेलवे की तैयार की गई राष्ट्रीय रेल योजना को शुरू किया जा सकेगा। इस योजना में 2030 तक भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय रेल प्रणाली तैयार होगी। वहीं रेलवे को बेहतर बनाने के लिए कई और उपाय किए जाने का प्रस्ताव है। भारतीय रेलवे में विश्वस्तरीय सुधार के लिए वर्ष 2030 तक भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार राष्ट्रीय रेल योजना तैयार की गई है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने सोमवार को रेलवे के लिए आवंटित बजट के प्रावधान के बारे में कहा कि भारतीय रेलवे ने 'मेक इन इंडिया' पहल को बढ़ावा देने उद्योग जगत की सहायता के लिए मालढुलाई की लागत में कमी लाई जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि जून 2022 तक पश्चिमी समर्पित मालढुलाई गलियारा (डीएफसी) और पूर्वी समर्पित मालढुलाई गलियारे की शुरूआत हो जाएगी। सरकार ने बजट में भविष्य के लिए समर्पित कई मालढुलाई गलियारे शुरू करने का भी ऐलान किया है। रेलवे के अनुसार रेलवे की योजना के तहत पूर्वी मालढुलाई गलियारे के रुप में 263.7 किलोमीटर लंबे सोनानगर-गोमोह खंड को सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत 2021-22 तक शुरू करने की योजना है। जबकि 274.3 किलोमीटर का गोमोह-दनकुनी खंड भी जल्द ही प्रारंभ हो जाएगा। भविष्य के लिए समर्पित कई मालढुलाई गलियारे शुरू होंगे। इनमें से पूर्वी तटीय गलियारा खड़गपुर से विजयवाड़ा तक पूर्वी-पश्चिमी गलियारा भुसावल से खड़गपुर होते हुए दनकुनी तक जाएगा तथा उत्तरी-दक्षिणी गलियारा इटारसी से विजयवाड़ा तक होगा। जिसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पहले चरण में प्रस्तुत की जाएगी। दिसंबर2023 तक ब्रॉडगेज रेलमार्गों का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण कर दिया जाएगा। 2021 के अंत तक 72 प्रतिशत लगभग 46 हजार ब्रॉडगेज रुट किलोमीटर आरकेएम के विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा। इससे पहले अक्टूबर 2020 तक 41,548 ब्रॉडगेज रुट किलोमीटर का विद्युतीकरण पूरा किया जा चुका है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा प्राथमिकता केंद्रीय बजट में रेल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है। इसमें देश में पर्यटन वाले रेल मार्गों पर यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव के साथ सुविधाएं देने के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त विस्टा डोम एलएचबी कोच को रेलगाड़ियों में लगाया जाएगा। अत्यधिक व्यस्त और अधिक प्रयोग किए जाने वाले रेलमार्गों पर यात्रियों को सुविधा प्रदान करने तथा रेल दुर्घटनाओं में न्यूनतम मानवीय हानि के लिए स्वदेश में विकसित रेल सुरक्षा प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा। इस प्रयास को और सुदृढ़ करने के लिए भारतीय रेलवे के उच्च घनत्व नेटवर्क और उच्च उपयोग किये गये नेटवर्क रूटों को स्वदेश में विकसित स्वचालित ट्रेन संरक्षण प्रणाली प्रदान की जाएगी, जो मानवीय त्रुटि के कारण होने वाली ट्रेन टकराने की समस्या को समाप्त कर देगी। 02Feb-2021

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