बुधवार, 11 जून 2014

नई सरकार के साथ बदला राज्यसभा का नजारा


ओ.पी.पाल. नई दिल्ली।
सोलहवीं लोकसभा के चुनाव में केंद्र की सत्ता में आई मोदी सरकार ने जहां लोकसभा की सूरत बदल दी है, वहीं उच्च सदन का भी नजारा बदला हुआ नजर आया। मसलन जहां चुनाव से पूर्व कांग्रेस बैठती थी, वहां अब भाजपा के सदस्य और विपक्ष वाली सीटों पर कांग्रेस के सदस्य बैठे नजर आए।
लोकसभा चुनाव के बाद राज्यसभा की पहली बैठक सोमवार को राष्ट्रपति अभिभाषण के बाद शुरू हुई, तो उच्च सदन का नजारा एकदम बदला हुआ था। चुनाव से पहले विपक्षी खेमे वाली सीटों पर जहां प्रतिपक्ष नेता अरुण जेटली बैठते थे, वहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलामनबी आजाद प्रतिपक्ष नेता के रूप में बैठे दिखे। सदन में कभी भाजपा के उपनेता रविशंकर के स्थान पर कांग्रेस के डा. कर्णसिंह, एम. वैंकया नायडू के स्थान पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन बैठे नजर आए, जबकि नजमा हेपतुल्ला के स्थान पर एके एंटोनी बैठे थे। जबकि सत्ताधारी भाजपा के वित्तमंत्री अरुण जेटली जो सदन के नेता भी बन गये हैं वो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्थान पर बैठे हुए नजर आए। उनके बगल वाली सीट पर स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बैठे हुए थे। अन्य दलों की सीटों में कोई अंतर नहीं देखा गया। सदन में कांग्रेस और अन्य दलों के सदस्यों ने सदन में पहुंचे भाजपा के मंत्री बने राज्यसभा सदस्यों अरुण जेटली, एम.वेंकैया नायडू, नजमा हेपतुल्ला व पीयूष गोयल को बधाई दी। मोदी समेत सभी भाजपा सदस्यों ने सदन के अन्य दलों के स्वागत करने पर अभिवादन किया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने नजमा हेपतुल्ला से हाथ मिलाया और बधाई दी, वहीं अन्य दलों के सदस्यों ने भी नजमा को बधाई दी।
मोदी से मिलने की होड़
राज्यसभा की बैठक जैसे ही स्थगित की गई तो विपक्षी खेमे में बैठे कांग्रेस नेताओं ने सत्ता खेमे में आकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का सिलसिला शुरू किया, तो एक के बाद एक नेता उनसे हाथ मिलाकर बधाई देने के लिए आतुर नजर आए। भाकपा के सीताराम येचुरी व डी राजा, अन्नाद्रमुक के डा.मैत्रीयन के साथ कांग्रेस के आनंद शर्मा, अभिषेक मनु सिंघवी, राजीव शुक्ला, गुलाम नबी आजाद, एके रहमान, डा. संजय सिंह आदि नेताओं के साथ अन्य विभिन्न दलों के सदस्यों ने मोदी से हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी। यहां तक कि ज्यादातर नए सदस्यों ने शपथ लेने के बाद मोदी और जेटली से हाथ मिलाया। वहीं कांग्रेस के दिग्गज दिग्विजय सिंह ने शपथ लेने के बाद दूर से ही सिर हिलाकर नरेन्द्र मोदी को नमस्कार किया। जबकि सदन में यह नजारा भी देखा गया कि तृणमूल के सदस्यों ने मोदी से दूरी बनाए रखने का प्रयास किया। इसके बाद मोदी को सभापति कक्ष में बुला लिया गया, जिसे देखते हुए कांग्रेस समेत विभिन्न दलों के कुछ सदस्य भी सभापति कक्ष में जाते देखे गये।
10June-2014

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