रविवार, 6 जून 2021

अब जांच के नाम पर नहीं होगी ज्यादा धन की वसूली

प्रशासन ने निर्धारित की प्रयोगशालाओं में विभिन्न जांच दरें जांच की ज्यादा वसूली पर निगरानी समिति का गठन हरिभूमि न्यूज.रोहतक। कोरोना संक्रमण के संकट काल में जांच के नाम अब कोई प्रयोगशाला मरीजों से ज्यादा धनराशि नहीं वसूल पाएगी। जिले में लोगों पर पड़ रहे आर्थिक बोझ को कम करने की दिशा में प्रशासन ने विभिन्न जांच के लिए दरों का निर्धारण कर दिया है। इसकी निगरानी के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया है। जिला प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कोरोना काल के संकट के दौरान जिले में डायग्नोस्टिक सेंटरों, प्रयोगशालाओं एवं अस्पतालों द्वारा किसी भी बीमारी की जांच के लिए ज्यादा धन की वसूली की जा रही है। जिला प्रशासन ने प्रयोगशालाओं जांच के लिए लोगों पर ज्यादा आर्थिक बोझ से छुटकारा दिलाने के लिए प्रमुख विभिन्न जांचों के लिए दरों का निर्धारण करने के आदेश जारी किये हैं। इन दरों को निर्धारित करने का उद्देश्य कोरोना संकट के दौर से गुजर रहे लोगों पर पड़ रहे वित्तीय बोझ को खत्म करना है। मसलन अब कोई भी प्रयोगशाला संचालक जांच के नाम पर अधिक दाम नहीं वसूल सकेगा। यदि जीएसटी व टेक्स सहित निर्धारित की गई जांच दरों के आदेशों का उल्लंघन किया गया, तो संबन्धित प्रयोगशाओं के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी। ------------------------------------------------------------- जांच के प्रकार एनएबीएल/एनएबीएच नॉन एनएबीएल/एनएबीएच आरटीपीसीआर टैस्टिंग (जांच केंद्र पर सैंपल कलेक्शन) 500 रुपये 500 रुपये आरटीपीसीआर टैस्टिंग (क्लीनिक या मरीज के घर पर सैंपल कलेक्शन) 700 रुपये 700 रुपये रैपिड ऐंटीजन टैस्टिंग 500 रुपये 500 रुपये आईजी आधारित एलाईसा टैस्टिंग 250 रुपये 250 रुपये कोविड आईप्लस आईजीएम एंटीबॉडी बाईएलाईसा 450 रुपये 450 रुपये सीएलआईए द्वारा कोविड आईजी एंटी बॉडी 800 रुपये 700 रुपये सीएलआईए द्वारा कोविड आईजी स्पाइक प्रॉटीन 900 रुपये 800 रुपये आरपी 350 रुपये 250 रुपये सीरम फैरिटिन 465 रुपये 450 रुपये डी-डिमर 890 रुपये 850 रुपये आईएल-6 550 रुपये 2400 रुपये एक्सरे 300 रुपये 300 रुपये सामान्य सिटी चैस्ट (सरकारी दरें) 1950 रुपये 1950 रुपये एचआर सिटी टैस्ट (सरकारी दरें) 440 रुपये 2440 रुपये एलएफटी-केएफटी 230 रुपये 700 रुपये एलडीएच 360 रुपये 300 रुपये प्रोकैल्सिटॉनिंन 2125 रुपये 1900 रुपये सीबी एनएएटी टैस्टिंग उपलब्ध नहीं ट्रयू नेट टैस्टिंग उपलब्ध नहीं 1250 रुपये ---------------------- ज्यादा दरें वसूली तो होगी कार्रवाई----- जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार द्वारा प्रयोगशालाओं में विभिन्न जांचों के लिए निर्धारित की गई दरों पर निगरानी समिति का भी गठन किया है। अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्रपाल की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति जिले में किसी भी बीमारी की जांच के लिए वसूली जाने वाली राशि से संबंधित शिकायतों की निगरानी करेगी। दरअसल जिला प्रशासन के संज्ञान में आया है कि इन केंद्रों द्वारा विभिन्न जांच के लिए ज्यादा राशि वसूली जा रही है। ऐसी शिकातों की निगरानी तथा ज्यादा राशि वसूलने पर अंकुश लगाने के लिए इस समिति का गठन किया गया है। इस समिति में सिविल सर्जन अथवा उनका प्रतिनिधि एवं सिविल सर्जन द्वारा नामित रेडियोलॉजिस्ट सदस्य होंगे। यह समिति यह सुनिश्चित करेंगी कि जिला में कोई भी डायग्नॉस्टिक सेंटर, प्रयोगशाला अथवा अस्पताल विभिन्न जांच के लिए निर्धारित दर से ज्यादा राशि न वसूली जा सके। यदि इस संदर्भ में लिखित शिकायत प्राप्त होती है तो समिति द्वारा इसकी जांच की जायेगी और यदि जांच के दौरान यह पाया जाता है कि किसी अस्पताल द्वारा अतिरिक्त राशि वसूली गई है तो उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धाराओं 51 से 60 के तहत कार्रवाई की जायेगी। 22May-2021

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें