रविवार, 6 जून 2021

ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण को लेकर एक्शन मोड में प्रशासन

महम के कई गांवों में खुद पहुंचे डीसी एवं एसपी, केयर सेंटरों व सुविधाओं का किया निरीक्षण कोरोना पर भ्रांतियों को किया दूर, मोबाइल टावरों की रेंज की भ्रांति फैलाने पर होगी कानूनी कार्रवाई हरिभूमि न्यूज. महम। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार तथा पुलिस अधीक्षक रोहतक राहुल शर्मा ने मंगलवार को मोखरा, खरकड़ा तथा फरमाणा बादशाहपुर के स्वास्थ्य केन्द्र में बनाए गए कोविड केयर सेंटरो का जायजा लेते हुए वहां आइसोलेट कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को दी जा रही सुविधाओं का निरीक्षण किया। दोनों आला अफसरों ने गांव में गठित की गई फील्ड और हेडक्वाटर टीमों के कार्यो का भी निरीक्षण किया। जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार तथा पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने मंगलवार को महम उपमंडल के गांव मोखरा, खरकड़ा व फरमाणा में स्थापित किए गए कोविड केयर सेंटरों का जायजा लिया और वहां दी गई सुविधाओं निरीक्षण किया। इस दौरान खरकड़ा में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में कोविड किट की जांच करके स्वयं ऑक्सीमीटर लगाकर ऑक्सीजन की जांच भी की। वहीं उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में कोविड-19 के संक्रमण की पहचान करने तथा इस संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए प्रत्येक गांव में गठित की गई फील्ड एवं हेडक्वार्टर टीमों का भी निरीक्षण किया। प्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रशासन द्वारा गठित फील्ड टीमों द्वारा गांवों में गली-गली व घर-घर जाकर कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की पहचान की जा रही है तथा हेडक्वार्टर टीमों द्वारा ऐसे व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट के आधार पर टैस्टिंग, आईसोलेशन किट तथा ईलाज की सुविधा के तहत दवाईयां देने तथा टीकाकरण भी किया जा रहा है। महम उपमंडल में इन टीमों की निगरानी यहां के उपमंडलाधीश द्वारा की जा रही है। अपने-अपने खंडों में संबंधित विकास एवं पंचायत अधिकारी के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी नियमित निगरानी कर रहे है। -----अस्पताल नहीं, आईसोलेशन केंद्र---- उपायुक्त ने ग्रामीणों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग शहरों के अस्पतालों में जाने से हिचकिचा रहे हैं, जिसके मद्देनजर कोरोना पॉजिटिव लोगों की सुविधा के लिए जिले के विभिन्न गांवों में ही 46 आइसोलेशन केन्द्र स्थापित किए गए है। उन्होने स्पष्ट किया कि बहुत से लोगों को आइसोलेशन केन्द्रों के बारे मे तरह- तरह की भ्रांतिया है कि आइसोलेशन केन्द्र में कोई डॉक्टर, नर्स अथवा देखभाल करने वाला नहीं है। उपायुक्त ने बताया कि आइसोलेशन केन्द्र अस्पताल न होकर एक ऐसी जगह है, जो उन लोगों के लिए बनाई गई है, जिन परिवारों में सदस्यों की संख्या ज्यादा है और आइसोलेट होने के लिए घर पर जगह की कमी है। उनमें एक व्यक्ति संक्रमित होने पर परिवार के अन्य सदस्यों को भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। इन सेंटरो में हेडक्वार्टर टीमों द्वारा थर्मामीटर से शरीर का तापमान, प्लस ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल की जांच के साथ-साथ भाप जैसी सुविधाओं के भी प्रबंध किए गए है। यदि संक्रमित व्यक्ति को लगता है कि उसे चिकित्सा सहायता की जरूरत है, तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि जिले में 80-90 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की संक्रमण दर एवं मृत्यु दर में गिरावट आई है। इस दौरान मौजूद मदीना सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. जोगिन्द्र सिंह ने उपायुक्त को बताया कि खरकडा गांव में 60 व्यक्तियों की रेपिड किट से कोरोना जांच की गई, जिनमें केवल एक ही व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला। ---मेडिकल किट वितरित---- उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन को नई किट प्राप्त हुई है, जिनमें से लगभग 800 किट वितरित की जा चुकी है। इन मेडिकल किट में ऑक्सीमीटर, भाप की मशीन, दवाइयां, थमोर्मीटर आदि शामिल है। आईसोलेशन सेंटरों में रह रहे मरीजों को भी मेडिकल किट उपलब्ध करवाई जा रही है। जिला प्रशासन को सरकार द्वारा पर्याप्त संख्या में मास्क, सेनिटाइजर आदि उपलब्ध करवाए गए है, जिन्हें जिला के सभी खंडों में वितरण के लिए भेज दिया गया है। जिला में आईसोलेशन सेंटरों, बेड तथा ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। यह सभी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है तथा आवश्यक दवाईयां भी पर्याप्त मात्रा में है। राहत सामग्री की भी जिला में कोई कमी नहीं है ----टीकाकरण के लिए आगे आए ग्रामीण---- उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने ग्रामीणों का आव्हान किया है कि वे कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीकाकरण करवाए तथा 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्ति टीकाकरण के लिए पंजीकरण करवाए। सरकार द्वारा इस आयु वर्ग के लिए पंजीकरण की सुविधा शुरू की गई है। पंजीकरण के बाद निर्धारित कार्यक्रम अनुसार ऐसे व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाएगा। देश की दोनो वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित एवं प्रभावी है। ---मास्क व सेनिटाईजर वितरित करने के निर्देश--- उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने एसडीएम मेजर गायत्री अहलावत व खण्ड विकास एवं पचायत अधिकारी राजकुमार शर्मा को सभी स्वास्थ्य केन्दों एवं कोविड केयर सेंटरो तथा जिन गांवों में कोरोना के ज्यादा व्यक्ति पॉजिटिव है, उनमें सेनिटाईजर तथा मास्क का वितरण करने के अलावा संभव हो सके तो प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को हर तरह की सहायता मुहैया करवाने के निर्देश दिए हैं। ----हवन यज्ञ नहीं कोरोना का इलाज: डीसी--- उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमान ने गांव में किये जा रहे हवन यज्ञ को लेकर कहा कि यह हवा शुद्धिकरण के लिए किया जाता है, लेकिन यह कोरोना का इलाज नहीं है। इसलिए हवन यज्ञ को कोरोना के उपचार के तौर पर सामने रखकर लोगों को भ्रमित न किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सर्वे करवाया गया है अब इस सप्ताह पहले की अपेक्षा कोरोना केसों में कमी आई है। उन्होंने अपील की है कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सरकार द्वारा जारी हिदायतों का पालन करें तथा कोरोना संक्रमित होने पर पूरा ईलाज ले। कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए मास्क का प्रयोग, दो गज की सामाजिक दूरी का पालन तथा बार-बार अपने हाथों को साबुन व पानी अर्थात हेंड सेनिटाइजर से जरूर धोए। ---ग्रामीणों को किया जागरूक--- प्रशासन तथा मीडिया द्वारा भी जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है। जिला में ऑक्सीजन तथा एम्बुलेंस की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि महामारी को दौर है और सोशल मीडिया द्वारा मोबाइल टावरों की रेंज के बारे में फैलाई जा रही भ्रांतियों व अप्रमाणिक तथ्यों से जनता को गुमराह नहीं होना है तथा जो भी असामाजिक तत्व इन अफवाहों का प्रचार कर रहे है, उनकी वीडियो साइबर सेल को सौंप दी गई है, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें