सोमवार, 6 अक्तूबर 2014

फर्जी शिक्षण संस्थानों पर सख्त हुई सरकार!

यूजीसी और शिक्षा बोर्ड कार्यवाही को हुए सक्रिय
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
सावधान! देश में फर्जी विश्वविद्यालयों या शिक्षा बोर्ड की संचालित शैक्षणिक संस्थाओं से आपने डिग्री तो हासिल नहीं की, यदि की है तो आपको सूचीबद्ध किये गये विश्वविद्यालयों या बोर्डो से प्राप्त डिग्रियां या प्रमाण पत्र को कहीं देशभर में मान्यता नहीं मिलेगी। केंद्र सरकार की फर्जी शिक्षण संस्थाओं पर नकेल कसने की तैयारियां तेज हो गई हैं और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग तथा शिक्षा विभागों को ऐसी शिक्षण संस्थाओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही के दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।
देशभर में वर्ष 2014-15 के शैक्षणिक सत्र हालांकि लगभग समाप्त हो गया है, लेकिन छात्रों के भविष्य को बचाने के लिए केंद्र सरकार भी सख्त नजर आने लगी है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यूजीसी और राज्य सरकारों से इस दिशा में सख्त कदम उठाने का अनुरोध किया है। वहीं केंद्र सरकार ने पिछले कुछ सालों में फर्जी और अवैध रूप से चल रहे विश्वविद्यालयों से प्राप्त डिग्रियों के आधार पर सरकारी विभागों में नौकरी हासिल करने वालों की सर्विस बुकों की जांच कराने और फर्जी पाए जाने पर सख्त कार्रवाही करने के लिए भी निर्देश जारी किये हैं। यूजीसी द्वारा हाल ही में देशभर के ऐसे 21 विश्वविद्यालयों की सूची को अपनी वेबसाइट पर डाल दिया हैं जो यूजीसी एक्ट 1956 के खिलाफ बिना अनुमति के संचालित हो रहे हैं और ऐसे संस्थानों की जारी डिग्री अथवा डिप्लोमा को यूजीसी से मान्यता प्राप्त नहीं है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि वह शिक्षा विभाग के अधिकारियो को निर्देश जारी करके फर्जी यूनिवर्सिटीज के प्रमाण पत्रों के आधार पर काम कर रहे कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करना शुरू करें।
टास्क फोर्स करेगी जांच
सूत्रों के अनुसार मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा पत्रों के जरिए राज्य सरकारों से अनुरोध किया गया है कि देशभर में मेडिकल, मैनेजमेंट, कृषि,नर्सिंग, इंजीनियरिंग, आयुर्वेद, पशुपालन आदि कॉलेज खोले जाने की भरमार होती जा रही है, जहां छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होने की संभावनाएं हैं इसलिए राज्य सरकारों को चाहिए कि ऐसी शिक्षण स्थानों की जांच की जानी चाहिए कि उनकी किसी यूनिवर्सिटी या रेगुलेटरी बोर्ड से मान्यता है या नहीं और इन संस्थाओं ने निर्धारित प्रक्रिया से एनओसी प्राप्त की है या नहीं। सरकार ऐसे उच्च शिक्षण संस्थाओं पर शिकंजा कसने के लिए सख्त होती नजर आ रही है। राज्य सरकारों को सुझाव दिया गया है कि ऐसी संस्थाओं की जांच के लिए टास्क फोर्स का गठन हो और उसमें उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि व विशेषज्ञ शामिल किये जांए। सरकार का मकसद है कि छात्र-छात्राओं का भविष्य खराब न हो।
यूपी में सर्वाधिक फर्जी यूनिवर्सिटी
यूजीसी के मुताबिक नौ राज्यों मे ऐसे 21 विश्वविद्यालयों का खुलासा हुआ है जिन्हें कोई मान्यता नहीं हैं। ऐसी यूनिवर्सिटियों में सर्वाधिक नौ उत्तर प्रदेश की हैं, जबकि राष्टीय राजधानी दिल्ली में भी पांच विश्वविद्यालयों को अवैध करार दिया गया है। शेष सात राज्यों में एक-एक विश्वविद्यालय फर्जी शैक्षिक संस्थाओं में शामिल हैं। फर्जी विश्वविद्यालयों की फेहरिस्त में एक-एक संस्थाएं मध्य प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्, तमिलनाडु व पश्चिम बंगाल में शामिल हैं।
देश में फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
दिल्ली-वाराणसी संस्कृत विश्वविद्यालय जगतपुरी, दिल्ली। कॉमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज, दिल्ली। यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी, दिल्ली।
वोकेशनल यूनिवर्सिटी दिल्ली। सेंट्रल ज्यूरीडीशियल यूनिवर्सिटी, एडीआर हाउस, 8जे, गोपाला टावर 25 राजेंद्र प्लेस, नई दिल्ली तथा इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस एंड इंजीनियरिंग, नई दिल्ली।
उत्तर प्रदेश-महिला ग्राम विद्यापीठ/विश्वविद्यालय प्रयाग, इलाहाबाद, गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद, नेशनल यूनिवर्सिटी आॅफ इलेक्ट्रो कॉमप्लेक्स होमियोपैथी, कानपुर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी अचलतल, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय, कोसी कलां मथुरा, महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय, प्रतापगढ़, इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, इंस्टीट्यूशनल एरिया, खोड़ा, माकनपुर, फेस-2, नोएडा तथा गुरुकुल विश्वविद्यालय, वृंदावन,मथुरा।
मध्य प्रदेश-केसरवानी विद्यापीठ, जबलपुर, मध्य प्रदेश।
बिहार-मैथिली यूनिवर्सिटी, विश्वविद्यालय, दरभंगा, बिहार।
कर्नाटक- बड़ागानवी सरकार वलर््ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी, गोकक, बेलगाम।
केरल-सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी, किशनत्तम।
महाराष्ट्र-राजा अरेबिक यूनिवर्सिटी, नागपुर।
तमिलनाडु- डीडीबी संस्कृत यूनिवर्सिटी, पुटूर, त्रिची।
पश्चिम बंगाल-इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ अलटरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता।
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यूपी बोर्ड इलाहाबाद ने इन्हें दिया फर्जी करार
हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद।
संपूणार्नंद संस्कृति विश्वविद्यालय वाराणसी।
भारतीय माध्यमिक शिक्षा परिषद भारत
भारतीय शिक्षा परिषद लखनऊ, उत्तर प्रदेश
बोर्ड आॅफ सेकेंडरी संस्कृत एजूकेशन लखनऊ।
जामिया उर्दू मेडिकल रोड अलीगढ़।
डा. राम गोपालाचार्य संस्कृत महाविद्यालय एटा उत्तर प्रदेश।
इंडियन काउंसिल आॅफ सेकेंडरी एजुकेशन इंडिया फतेहुलागंज मुरादाबाद।
इंडियन काउंसिल आॅफ सकेंडरी एजुकेशन इंडिया विलेज हलदुआ साहू उत्तराखंड।
आॅल इंडिया बोर्ड आॅफ एजुकेशन ट्रेनिंग दिल्ली।
सेंट्रल बोर्ड आॅफ हॉयर एजुकेशन ईस्ट पटेल नगर नई दिल्ली।
सेंट्रल बोर्ड आॅफ हॉयर एजुकेशन उत्तम नगर नई दिल्ली
महाशक्ति संस्कृत विद्यापीठ दिल्ली।
बोर्ड आॅफ हायर सकेंडरी एजुकेशन दिल्ली।
माध्यमिक शिक्षा परिषद दिल्ली।
बोर्ड आॅफ सेकेंडरी एजुकेशन ग्वालियर मप्र।
काउंसिल आॅफ सेकेंडरी एजुकेशन मोहाली, पंजाब।
26Oct-2014

8 टिप्‍पणियां:

  1. Jamia urdu Aligarh college ke bare me kuch jankati milegi. Kya fo bhi farzi college hai

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  2. सरकार फर्जी विद्यालय बंद कराये अब तक के प्रमाणपत्र मान्य करे तभी मेरा भारत महान बनेगा ।जब सरकार को यह जानकारी है तो यह संस्था कैसे चल रही हैंं।

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  3. पूर्वांचल शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश का नाम कहीं नहीं है

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  4. जिसने वर्ष 2006 में गुरुकुल वृंदावन विश्वविद्यालय से हाई स्कूल किया क्या वह मान्य है और इसका सत्यापन कैसे करें धन्यवाद

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  5. KYA Hindi SAHITYA SAMMELAN ALLAHABAD ki prathma pariksha 2002 . Valid hai . 12th UP BOARD SE KIYA HAI .B.A AGRA UNIVERSITY SE KIYA HAI.

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  6. sir jisne 3years.adeeb a Kamil,2years molim a urdu kiya hai ouse samil kare

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