शनिवार, 25 अक्तूबर 2014

मोदी के 16 वजीरो की संपत्ति का तेजी से पतन!

ज्यादातर मंत्रियों की संपत्ति का सेंसेक्स उछाल पर
ओ.पी. पाल
. नई दिल्ली।
केंद्र की राजग सरकार के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टीम में शामिल ज्यादातर मंत्रियों की संपत्ति में पांच माह में उछाल आया है, लेकिन 16 मंत्री ऐसे हैं जिनकी संपत्तियों में भारी गिरावट आई है, उसमें ज्यादा संपत्ति विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की घटी है।
प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के अन्य 44 सदस्यों द्वारा घोषित संपत्ति एवं देनदारियों के ब्योरे को पीएम की वेबसाइट पर डाला गया है, इस ब्योरे की तुलना गैर सरकार संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स यानि एडीआर ने लोकसभा चुनाव के दौरान घोषित की गई संपत्तियों से करते हुए करके जिन तथ्यों का खुलासा किया है उनमें जहां पांच माह में सबसे ज्यादा संपत्ति में दस करोड़ से ज्यादा का इजाफा हुआ है उनमें रेल मंत्री डीवी सदानंद गौडा हैं, जबकि सबसे ज्यादा संपत्ति घटने वालों में केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज हैं। एडीआर की इस रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव के समय और पीएम के पास भेजे संपत्ति ब्योरे को स्वयं मंत्रियों ने ही घोषित किया है। इन पांच माह में जिन मंत्रियों की संपत्ति बढ़ी है उनमें दूसरे पायदान पर भारी उद्योग मंत्री पी.राधाकृष्णन हैं, जिनकी संपत्ति में करीब तीन करोड़ रुपये का इजाफा दर्ज किया गया है। इसके बाद मंत्रिमंडल में 114 करोड़ की संपत्ति के साथ सबसे अमीरों में शुमार वित्त मंत्री अरुण जेटली है जिनकी संपत्ति करीब एक करोड़ की बढ़ोतरी दर्ज कर रही है। इसके बाद रालोसपा प्रमुख एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाह हैं जिनकी संपत्ति में 72 लाख से ज्यादा का इजाफा हुआ है। इनके अलावा रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा 42 लाख, आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओरावं करीब 33, महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी करीब 26 लाख के अलावा कलराज मिश्र करीब 18 लाख, राव इन्द्रजीत करीब 15 लाख, श्रीमती हरसीमरत कौर करीब 14 लाख, सुश्री उमा भारती करीब नौ लाख, रावसाहेब ददा राव आठ लाख, निहालचंद, सात लाख, राजनाथ सिंह, अनंत कुमार व राधामोहन सिंह चार-चार लाख, संजीव बालियान तीन लाख, सर्वानंद सोनेवाल एक लाख और अशोक गजपति राजू 97 लाख से ज्यादा की संपत्ति का इजाफा करने वाले मंत्रियों में शामिल हैं।
मोदी समेत इनकी संपत्ति घटी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संपत्ति में करीब 40 लाख रुपये की कमी दर्ज की गई है। जबकि मोदी सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लोकसभा चुनाव में साढ़े 17 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति घोषित की थी, लेकिन पीएमओ में दिये गये ब्योरे के अनुसार उनकी संपत्ति करीब 13.66 करोड़ की दर्ज है। यानि उनकी संपत्ति में करीब 3.90 करोड़ रुपये की गिरावट आई है, जो मोदी मंत्रिमंडल में सबसे तेजी से संपत्ति कम होने वालों में शामिल है। जिन मंत्रियों की संपत्ति में गिरावट आई है उनमें इसके बाद पूर्वाेत्तर विकास मंत्री जनरल वीके सिंह हैं जिनकी संपत्ति लोकसभा में घोषित करीब 4.12 करोड़ रुपये से 3.13 करोड़ घटकर इन पांच महीनों में 98.27 लाख ही रह गई है। स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्ष वर्धन की संपत्ति भी 2.82 करोड़ से घटकर 1.56 करोड़ रह गई यानि उनकी संपत्ति में करीब 1.26 करोड़ की गिरावट आई है। इसी प्रकार पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्रीपद यस्सो नाइक की संपत्ति में भी 74.65 लाख की गिरावट आई है। यानि लोकसभा चुनाव में घोषित की गई करीब 3.71 करोड़ के मुकाबले अब उनके पास करीब 2.95 करोड से ज्यादा की संपत्ति है। इन समेत जिन 16 मंत्रियों की संपत्ति में कमी आई है उनमें नितिन गडकरी, राम विलास पासवान,जीएम सिद्धेश्वर, कृष्णपाल गुर्जर, विष्णुदेव साय, नरेन्द्र सिंह तोमर, संतोष गंगवार, सुदर्शन भगत, अनंत गीते, डा. जितेन्द्र सिंह, प्रकाश जावडेकर भी शामिल हैं।
राज्यसभा से पीयूष गोयल सब पर भारी
मोदी सरकार में राज्यसभा के जिन सदस्यों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है उनमें सबसे ज्यादा संपत्ति दर्ज करने वालों में बिजली मंत्री पीयूष गोयल है, जिनकी संपत्ति 64 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार इनकी तुलना उनके राज्य सभा में निर्वाचित होने के दौरान से की गई है। विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद की चार करोड़ रुपये, अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री डा. नजमा हेपतुल्ला, सामाजिक एवं अधिकारिता मंत्री थांवरचंद गहलौत व संसदीय कार्य मंत्री एम. वेंकैया नायडू की संपत्ति में दो-दो करोड़ का इजाफा हुआ है। जबकि पेट्रोलियम मंत्री धमेन्द्र प्रधान की संपत्ति में 93 लाख से ज्यादा का इजाफा हुआ है।
इनकी संपत्ति पर नहीं असर
केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल गृह राज्यमंत्री किरण रिजीजू, मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी, वाणिज्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और आदिवासी मामलों के राज्यमंत्री मनसुखभाई की संपत्ति पर कोई असर नहीं पड़ा है। मसलन इन चारों की संपत्ति में न तो बढ़ोतरी हुई और न ही कोई कमी आई है।
25Oct-2014

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