सोमवार, 14 जनवरी 2019

फिर तल्खी में फंसी राज्यसभा की कार्यवाही

सीबीआई दुरुपयोग के आरोप में विपक्ष का हंगामा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राज्यसभा में पिछले सप्ताह के अंतिम दो दिनों तक चली सुचारू कार्यवाही के बाद सोमवार को फिर से सरकार और विपक्ष के गतिरोध सामने आ गया है। मसलन सोमवार को उच्च सदन में यूपी में अवैध खनन मामले में सीबीआई की कार्यवाही का विरोध करते हुए सपा और बसपा तथा अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा करक कार्यवाही को ठप कर दिया।
संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही को शुरू होने के कुछ देर बाद ही सपा, बसपा, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के हंगामे के कारण दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। दरअसल सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेजों को पटल पर रखवाने के बाद सदन को बताया कि तीन सदस्यों के नियम 267 के तहत दिये गये नोटिसों को मंजूर नहीं किया गया है। इसके बाद आपत्ति जताते हुए कांग्रेस, सपा, बसपा, माकपा व तृणमूल कांग्रेस और अन्य कई विपक्षी दलों के सांसदों ने सीबीआई के कथित दुरूपयोग, राफेल सौदे की जांच के लिए जेपीसी की मांग जैसे  विभिन्न मुद्दों को लेकर सदन में नारेबाजी करके हंगामा शुरू कर दिया। इस हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सपा, कांग्रेस, माकपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस और अन्य दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। सपा सदस्य पार्टी नेताओं के खिलाफ केन्द्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग, माकपा के सदस्य केरल में सबरीमला मामले पर जारी हिंसा और द्रमुक सदस्य कावेरी मामले पर नारेबाजी की। हंगामा देख नायडू ने सदन की कार्यवाही को पहले 15 मिनट के लिए तथा फिर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
हंगामे में पेश किये गये विधेयक
राज्यसभा की बैठक सोमवार को दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे शुरू हुई तो उप सभापति हरिवंश ने सपा-बसपा, कांग्रेस, आप, तृणमूल कांग्रेस के आसन के करीब आकर नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने को कहते हुए कहा कि दो तीन विधायी कार्य पूरे करके उनकी बात सुनी जाएगी। लेकिन इन दलों के सदस्य आसन के करीब आकर उपसभापति के सामने कागजों को लहराते हुए प्रदर्शन करते रहे। उप सभापति ने इसी हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री श्रीपाद यसो नाइक  से विधेयक पेश करने को कहा। नाइक ने इसी हंगामे के बीच राष्ट्रीय भारतीय आयुर्विज्ञान प्रणाली आयोग विधेयक तथा राष्ट्रीय होम्यौपैथी आयोग विधेयक पेश कर दिया। इसी दौरान नाइक ने पीठ की अनुमति से भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक, होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक तथा होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक को वापस ले लिया। पांच मिनट में निपटाए गये इन विधायी कार्यो के बाद सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद शुरू हुई कार्यवाही के दौरान उप सभापति ने सपा नेता रामगोपाल के नाम को कुछ बोलने के लिए पुकारा, लेकिन हंगामा न थमने पर चंद मिनट बाद ही सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
08Jan-2019

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