रविवार, 21 दिसंबर 2014

चर्चा के जवाब को लेकर फंसा पेच

धर्मांतरण पर कौन देगा जवाब पीएम या फिर गृहमंत्री
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
उच्च सदन में धर्मांतरण के मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए 17 दिसंबर तय हो चुकी थी, लेकिन विपक्ष के दिन प्रतिदिन बदलते पैंतरों और हंगामे के कारण गुरूवार को भी चर्चा नहीं हो सकी। इसका कारण है कि इस मुद्दे पर चर्चा का जवाब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देंगे या फिर गृहमंत्री राजनाथ सिंह इसी पशोपेश में सरकार ही नहीं उच्च सदन की पीठ भी है। जबकि सरकार पीएम के जवाब की मांग को खारिज कर चुकी है और सरकार गृहमंत्री को इस मुद्दे जवाब के लिए अधिकृत अब सोमवार को चर्चा कराने के लिए तैयार है।
आगरा में कथित धर्मांतरण के मसले पर राज्यसभा में विपक्षी दलों के लगातर चार दिन के हंगामे के बाद सरकार ने कहा कि वह सोमवार से ही इस मसले पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसका जवाब प्रधानमंत्री नही, बल्कि संबंधित विभाग के मंत्री यानी गृह मंत्री राजनाथ सिंह देंगे। विपक्ष की इस मुद्दे पर कभी पीएम के जवाब तो कभी चर्चा के दौरान पीएम की मौजूदगी की मांग भी इस मुद्दे को सरकार और विपक्ष की तल्खी बढ़ा रही है। यही नहीं सरकार विपक्ष पर और विपक्ष पर इस मुद्दे पर चर्चा से भागने का आरोप-प्रत्यारोप भी लगाने में पीछे नहीं है। हालांकि गुरुवार को उच्च सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में ही सदन के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष को आडे हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष कैसे यह तय कर सकता है कि किस नियम के तहत चर्चा होगी और कौन जवाब देगा। जेटली ने तो प्रधानमंत्री की मौजूदगी में ही चर्चा कराने पर भी जोर दिया था, लेकिन लेकिन उस समय विपक्ष सहमत होता नजर नहीं आया। सहमति बनती न देख सभापति हामिद अंसारी ने भोजनावकाश के बाद 2 बजे तक के लिए नियम 267 के तहत चर्चा भी शुरू करा दी, जिस पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बयान देना भी शुरू कर दिया और उप सभापति पीजे कुरियन पी. राजीव को चर्चा शुरू कराने के लिए बार-बार कहते भी रहे, लेकिन कांग्रेस के आनंद शर्मा ने खड़े होकर फिर पैंतरा बदला और चर्चा के दौरान पीएम की मौजूदगी की मांग की और कांग्रेस सदस्यों ने आसन के करीब आकर हंगामा शुरू कर दिया।
कांग्रेस ज्यादा असमंजस में धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ज्यादा असमंजस में नजर आ रहा है, जो चर्चा कराने की मांग पर अन्य दलों के समर्थन पर इस सप्ताह सदन की कार्यवाही बाधित करने पर आमदादा है। दो बजे बाद जब कुछ देर के लिए सदन स्थगित हुआ तो सरकार व विपक्ष के बीच रास्ता निकालने पर बात हुई, लेकिन आनंद शर्मा फिर पैंतरा बदलते नजर आए और सदन में कहा कि अब इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिना बात नहीं बनेगी, तो इसके जवाब में संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस के रहमोकरम पर सरकार नहीं बनी, सरकार खुद तय करेगी कि कौन सदन में होगा और कौन जवाब देगा।
19Dec-2014

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