सोमवार, 1 मई 2023

डा. अंबेडकर के नाम से तेलंगाना के नए सचिवालय ने लिखा नया अध्याय

मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने विधि विधान के साथ किया उद्घाटन
हैदराबाद की खूबसूरती को नया आयाम देगा सचिवालय
ओ.पी. पाल
हैदराबाद/नई दिल्ली। भारत के संविधान निर्माण डा. भीमराव अंबेडकर के नाम से बनाए गये तेलंगाना सचिवालय के उद्घाटन के साथ ही कामकाज शुरू हो गया है। इस सचिवालय का उद्घाटन तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने धार्मिक विधि विधान के साथ किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि नये सचिवालय का नामकरण डॉ. भीम राव आंबेडकर के नाम पर इस मंशा से किया गया है कि जन प्रतिनिधियों और समूचे सरकारी तंत्र को भारतीय संविधान के निर्माता के सपनों को साकार करने की प्रेरणा मिल सके।
हैदराबाद में हुसैन सागर के तट पर ऐतिहासिक हिसाब से बनाए गये तेलंगाना सचिवालय का उद्घाटन रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने सुबह से ही शुरू हुए सुदर्शन यज्ञ और अध्यात्मिक आयोजनों के साथ किया, जहां सुबह से दोपहर तक यज्ञ और पूजा अर्चना के कार्यक्रमों से लबरेज रहा। दोपहर को यज्ञ में पूर्ण आहुति देने मुख्यमंत्री केसीआर अपने मंत्रिमंडल के साथ सचिवालय भवन पहुंचे और अपने कक्ष में धार्मिक विधि विधान के साथ प्रवेश ही नहीं किया, बल्कि फाइलों पर हस्ताक्षर करके नए सचिवालय में कामकाज का भी शुभारंभ किया। भारतीय संविधान के निर्माण डा. भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखने का मकसद स्पष्ट करते हुए कहा कि इससे जन प्रतिनिधियों और समूचे सरकारी तंत्र को भारतीय संविधान के निर्माता के सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने पिछले दिनों केंद्र सरकार से भी भारतीय संसद का नामकरण भी डा. अंबेडकर के नाम से करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि डा. अंबेडकर के संदेश और महात्मा गांधी की विचारधारा को भी उनकी सरकार आगे बढ़ाने का काम कर रही है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री केसीआर ने इस नए सचिवालय की नींव 27 जून 2019 को रखी थी। यानी सचिवालय का निर्माण काम शुरू होने के 26 महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया। इतने बड़े निर्माण में आमतौर पर पांच साल लगते हैं। इसका निर्माण गुंबद निजामाबाद में काकतीय वंश के शासनकाल के दौरान निर्मित नीलकांतेश्वर स्वामी मंदिर की शैली में कराया गया है। इंडो-सरसेनिक शैली में 616 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गये नए सचिवालय भवन देखने में इंद्रभवन की तरह नजर आ रहा है, जिसमें गंगा जमुनी तहजीब दिखती है। इस सचिवालय भवन के भीतर मंदिर, मस्जिद और चर्च के लिए अलग-अलग जोन तैयार कराए गये हैं। वहीं 26.98 एकड़ क्षेत्रफल में फैले सचिवालय में ऐतिहासिक चार मीनार और गोलकुंडा किले के साथ-साथ एक अद्वितीय वास्तुशिल्प भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है। 
सचिवालय की विशेषताएं
हैदाराबाद की खूबसूरती को बढ़ाते छह मंजिला नए सचिवालय के पूर्व में लुम्बिनीवनम, अमरज्योति, पश्चिम में मिंट कंपाउंड, उत्तर में अंबेडकर प्रतिमा और दक्षिण में रवींद्र भारती जानेवाली रोड हैं। इस भवन का निर्माण 7,79,982 वर्ग फीट में किया गया और इसकी ऊंचाई 265 फीट है। नए सचिवालय की कुल क्षेत्रफल 28 एकड़ है। इतना लंबा सचिवालय किसी राज्य में नहीं है। नीलकंठेश्वर मंदिर, वनपर्थी पैलेस और सारंगपुर हनुमान मंदिर से प्रेरणा लेकर बनाए गये तेलंगाना के नए सचिवालय पर कुल 34 गुंबद लगाए गये हैं। पूर्व और पश्चिम की ओर भवन के केंद्र में दो बड़े गुंबद हैं, जिन पर राष्ट्रीय चिन्ह स्थापित हैं। यही नहीं नए सचिवालय में तिरुपति की मूर्तियां भी लगाई जा रही हैं। इसके अलावा सचिवालय में गणपति, सुब्रह्मण्यस्वामी, अभयंजनयस्वामी, सिम्हा, नंदी और शिवलिंग की पत्थर की मूर्तियां भी लगाई जा रही हैं।  सचिवालय भवन में आगंतुकों के लिए सहायक भवनों, पुलिस कर्मियों, अग्निशमन विभाग, क्रेच, उपयोगिता भवन जैसे निर्माण को भी किया गया है। इसके अलावा लैंडस्केपिंग, पत्थर के फुटपाथ के साथ हार्डस्केप और लॉन, देशी पेड़, फव्वारे, वीवीआईपी, कर्मचारियों और अन्य लोगों के लिए पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह की योजना के तहत निर्माण किया गया है।
छठी मंजिल पर होगा मुख्यमंत्री कार्यालय 
नए सचिवालय की छठी मंजिल पर एक लाख वर्गफीट क्षेत्रफल में मुख्यमंत्री कार्यालय स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री का कार्यालय पूरी तरह से सफेद संगमरमर का है, और उनके कर्मचारियों के लिए विशेष खंड स्थापित किए गए हैं। लोगों से मिलने और प्रजा दरबार आयोजित करने के लिए 'जनहिता' के नाम से एक हॉल की व्यवस्था की गई है जिसमें कम से कम 250 लोग बैठ सकते हैं। कैबिनेट हॉल को 25 मंत्रियों और 30 से ज्यादा अधिकारियों के बैठने के लिए तैयार किया गया है। कलेक्टरों के साथ बैठक करने के लिए 60 लोगों के लिए एक हॉल और 50 लोगों के लिए एक हॉल का निर्माण किया गया है। इन चार मंदिरों के अलावा मुख्यमंत्री के विशिष्ट अतिथियों के साथ भोजन करने के लिए लगभग 25 लोगों के बैठने के लिए एक अत्याधुनिक डाइनिंग हॉल बनाया गया है। 
कौन सा मंत्रालय किस मंजिल पर होगा
भूतल: अनुसूचित जाति अल्पसंख्यक, श्रम, राजस्व विभाग
प्रथम तल: शिक्षा, पंचायत राज, गृह विभाग
दूसरी मंजिल: वित्त, स्वास्थ्य, ऊर्जा, पशुपालन विभाग
तीसरी मंजिल: औद्योगिक और वाणिज्य विभाग, योजना विभाग
चौथा तल: वन, सांस्कृतिक विभाग, सिंचाई विभाग, विधि विभाग
पांचवीं मंजिल: आर एंड बी, सामान्य प्रशासन विभाग
छठा तल: सीएम, सीएस, सीएमओ, पीआरओ, स्टाफ के कार्यालय
01May-2023

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