सोमवार, 27 फ़रवरी 2023

मंडे स्पेशल: सौर ऊर्जा से रोशन होने लगा हरियाणा

सरकार की मनोहर ज्योति योजना से बिजली खर्च में कमी गरीब परिवारों को योजना में दी जा रही है प्राथमिकता 
ओ.पी. पाल.रोहतक। हरियाणा में बिजली के वैकल्पिक स्रोत के रुप में राज्य सरकार सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन दे रही है, ताकि आमजन बिजली के खर्चे कम करके अपने जरुरत की बिजली खुद ही पैदा कर सके। बिजली के खर्चे को कम करने की दिशा में राज्य में चलाई जा रही मनोहर ज्योति योजना के तहत सोलर पैनल लगावाने के लिए सब्सिड़ी भी मुहैया करा रही है। प्रदेश में 4560 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन की क्षमता है, जिसमें से सरकार की योजना के तहत सरकारी भवनों और निजी घरो व भवनों की छतों पर स्थापित सोलर पैनल के जरिए 990.67 मेगावाट क्षमता सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जा रहा है। प्रदेश में कृषि सिंचाई के लिए कृषि वाटर पंप लगाने के मकसद से नहरों के किनारे भी सोलर पैनल लगाने की योजना है। सरकार को उम्मीद है कि आने वाले समय में वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोत बिजली की समस्या के समाधान का सबब बनेंगे। 
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रियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले सप्ताह ही पिछले आठ साल में बिजली सुधार के लिए योजनाओं को बड़ी उपलब्धि करार दिया और कहा कि सरकार के प्रयासो की बदौलत राज्य में लाइन लॉसिस 25 प्रतिशत से घटकर 13.43 प्रतिशत रह गया है। इस नतीजे की पृष्ठभूमि में प्रदेश में बिजली उत्पादन की बढ़ोतरी के साथ वैकल्पिक स्रोतों को प्रोत्साहन देने वाली योजनाएं भी शामिल है। केंद्र सरकार देशभर में वैकल्पिक उर्जा के रुप में सौर ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए राज्यों को सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए केंद्रीय सहायता भी दे रही है, जिसमें किसानों के लिए कृषि वाटर पंप के लिए पीएम कुसुम योजना के तहत प्रोत्साहित किया जा रहा है, तो स्ट्रीट लाइटो के रोशन करने के लिए अटल ज्योति योजना चलाई जा रही है। हरियाणा सरकार ने भी राज्य में बिजली की समस्या दूर करने की दिशा में बिजली के वैकल्पिक स्रोत के रुप में लोगों को घरो की छतों पर सोलर पैनल लगवाने के लिए प्रोत्साहन दे रही है, जिसके लिए प्रदेश में 2017 से आरंभ की गई मनोहर ज्योति योजना को कार्यान्वित किया जा रहा है। इस योजना के लिए राज्य सरकार किलोवाट के हिसाब से सोलर पैनल पर आने वाले खर्च पर 20 से 40 प्रतिशत तक सब्सिडी भी मुहैया करा रही है। यही नहीं राज्य सरकार खेतों में पानी की समस्या दूर करने और हर क्षेत्र में सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए सोलर पंप योजना और किसानों को सोलर पैनल जैसी योजना भी चला रही है। केंद्र सरकार की नीति के तहत देश के ऊर्जा शहरों की सूची में हरियाणा का पंचकूला सौर ऊर्जा शहर के रुप में विकसित किया जा चुका है। 
वैकल्पिक ऊर्जा उत्पादन में बढ़ोतरी 
प्रदेश में बिजली व्यवस्था के सुधार की दिशा में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को लेकर हरियाणा सरकार ने हरियाणा जैव-ऊर्जा नीति 2018 अधिसूचित की थी। इसी प्रकार सरकार सौर ऊर्जा जैसे बिजली के कई केंद्र सरकार की गैर परंपरारिक नीति के तहत कई योजनाएं चला रही है। प्रदेश में बीते साल के अंत तक 1301.05 मेगावाट बिजली का उत्पादन ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतो से हुआ है। इसमें सौर ऊर्जा से 990.67 मेगावाट, लघु पन विद्युत से 73.50 मेगावाट और बायो विद्युत से 258.88 मेगावाट क्षमता बिजली स्थापित की गई। प्रदेश में घरों की छतों के अलावा अकेले सरकारी भवनों की छतो पर लगे सोलर पैनलों से भी पिछले पांच साल में 358.83 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन होने लगा है। प्रदेश में ठोस अपिष्ट से सोनीपत में एक मात्र ऊर्जा संयंत्र से भी आठ मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन किया जा रहा है। 
सोलर पैनल पर सब्सिडी
मनोहर ज्योति योजना के तहत सोलर पैनल लगवाने पर 22,500 का खर्च आ रहा है। इसके खर्च में सरकार योजना के तहत 15,000 की सब्सिडी की राशि संबन्धित उपभोक्ता के बैंक खाते में भेज रही है। यानी अपने घर की छतो पर सोलर पैनल लगवाने वालो को केवल 7500 का ही भुगतान करना पड़ रहा है। इस योजना के तहत लोग सूचीबद्ध की गई कंपनियों से सोलर पैनल लगवा सकते हैं। इस पर लोगों को 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने पर 40 प्रतिशत और 3 किलोवाट से दस किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने पर 20 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। 
बीपीएल परिवार को प्राथमिकता 
प्रदेश सरकार इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले, अनुसूचित जाति परिवार, बिजली रहित जगह में रहने वाले शहरी व ग्रामीण परिवार, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों वाला ग्रामीण परिवार जैसे वर्ग को प्राथमिकता दे रही है। इस श्रेणी को योजना के तहत सोलर पंप लगवाने के लिए 40 से 65 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। हालांकि सरकार की मनोहर ज्योति योजना का लाभ पाने के लिए कोई भी आवेदन कर सकता है। एक परिवार केवल एक बार ही मनोहर ज्योति योजना का लाभ उठा सकता है। सरकार इस योजना के माध्यम से हर घर बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना रही है। मसलन इस योजना में सोलर पैनल लगवाने के लिए केवल एक बार ही खर्च करना है और कोई मासिक बिल का झंझट भी नहीं है। 
क्या है सोलर पैनल 
मनोहर ज्योति योजना में सोलर पैनल लगाए जाते हैं उनमें लिथियम 80 एएच की बैटरी होगी। यह सूरज की किरणों के पैनल पर पड़ने से चार्ज होगी और बिजली का उत्पादन होगा। योजना के तहत घर की छत पर 150 वाट का सोलर पैनल लगाया जाएगा, जो तीन एलईडी लाइट, एक पंखा और एक मोबाइल चार्जर के लिए काफी है। इस योजना के तहत प्रदेश में घरो की छतों पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। 
कुसुम योजना से किसानों को लाभ 
केंद्र सरकार की प्रदेश में कार्यान्वित प्रधानमंत्री कुसुम योजना से सोलर वाटर पंप से पिछले तीन साल में हरियाणा के 40218 किसानों को सिंचाई का लाभ मिला है। इसमें साल 2020-21 में 8166, 2021-22 में 23798 तथा 2022-23 के दौरान पिछले दिसंबर के अंत तक 8254 किसानों को खतों में सिंचाई के लिए 268.1 मेगावाट सौर ऊर्जा का लाभ मिला है। इस योजना के लिए केंद्र सरकार से इन तीन सालों में हरियाणा सरकार को 314.70 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है। 
योजना के लिए जरुरी दस्तावेज 
सरकारी की इस योजना का लाभ प्रदेश के मूल निवासी को ही दिया जाएगा। इसके लिए योजना के तहत सोलर पैनल लगवाने वालों को आवेदन करते समय आधार कार्ड, बैंक खाता, निवास प्रमाण पत्र, बिजली का बिल, बीपीएल राशनकार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर जैसे दस्तावेज उपलब्ध कराना जरुरी है। इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन सरल पोर्टल हरियाणा की आधिकारिक वेबसाइट पर किया जा सकता है। 
  27Feb-2023

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