सोमवार, 20 फ़रवरी 2023

मंडे स्पेशल: विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाने में आगे छोरियां

‘विज्ञान ज्योति योजना’ के दायरे में आए प्रदेश के छह जिले 
राज्य सरकार के प्रोत्साहन आत्मनिर्भर की राह पर महिलाएं 
ओ.पी. पाल.रोहतक। हरियाणा में महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार ने अनेक योजनाओं को पटरी पर रफ्तार दे रखी है। ऐसी ही योजनाओ में केंद्र की ‘विज्ञान ज्योति योजना’ प्रदेश की छात्राओं को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में कारगर साबित हो रही है। योजना के तीसरे चरण में प्रदेश के छह जिलों में लागू इस योजना के तहत दूसरी योजना के मुकाबले विज्ञान एवं तकनीकी विषय पाठ्क्रम में 97.31 फीसदी छात्राओं का इजाफा हुआ है। ऐसी छात्राओं को राज्य सरकार आर्थिक मदद के अलावा नीट व जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु छात्राओं को निशुल्क पुस्तकों मुहैया कराकर उन्हें प्रोत्साहन दे रही है। राज्य सरकार ने जवाहर नवोदय विद्यालयों में चलाई जा रही इस योजना की तर्ज पर आईटीआई और राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों में छात्राओं की शिक्षा को प्रोत्साहन दे रही है। 
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केंद्र सरकार की महिला सशक्तिकरण की दिशा में चलाई जा रही योजनाओं में विज्ञान एवं तकनीकी क्षेत्र में भी लड़कियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में ‘विज्ञान ज्योति योजना’ तीसरे चरण में प्रवेश कर चुकी है। आजादी के 75वें साल में अमृत महोत्सव काल में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने इस योजना के दायरे को दो गुना करते हुए देश के 200 जिलों में शुरू कर दिया है। वहीं हरियाणा में भी इस योजना का दायरा बढ़कर दो गुना यानि रोहतक समेत छह जिलों के जवाहर नवोदय विद्यालयों में कार्यान्वित हो रही है। इस योजना में सरकार का मकसद विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में लड़कियों की रुचि बढ़ाने तथा एसटीईएम अर्थात विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित विषयों के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाना है, जिसमें उनके अपने करियर बनाने में मदद मिल रही है। इस योजना के तहत नौवीं से 12 वीं कक्षा की मेधावी लड़कियों के लिए स्कूल स्तर पर विज्ञान व तकनीकी विषयों में अभिरुचि पैदा करना है, ताकि उन्हें सशक्त बनाकर देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में एसटीईएम पाठ्यक्रम में शामिल विषयो की पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। यही नहीं केंद्र सरकार विज्ञान व तकनीकी विषयों के अध्ययन या शोध के लिए किसी शीर्ष संस्थान में पहुंचने पर छात्राओं को वित्तीय सहायता देने के लिए भी योजना तैयार कर चुका है। सरकार का लक्ष्य देश में ‘विज्ञान ज्योति योजना’ के तहत 2020-25 के दौरान 550 जिलों से 100 छात्राओं की पहचान करना है। ऐसी छात्राओं का चयन उनके पर्सेंटाइल के आधार पर करने का प्रावधान है। 
प्रदेश में 1072 फीसदी छोरियां आई आगे 
केंद्र सरकार ने दिसंबर 2019 में देश के 50 जिलों के जवाहर नवोदय विद्यालयों से विज्ञान ज्योति की शुरुआत की थी, जिसमें हरियाणा का एक जिला शामिल किया गया था और इस पहले चरण में केवल 50 छात्राओं ने ही विज्ञान व तकनीकी विषयों में रुचि लेकर सरकार की पहल को आगे बढ़ाया। जबकि दूसरे चरण की योजना में राज्य दो ओर जिले बढ़कर तीन हो गये, जिनके साथ योजना का लाभ लेने वाली छात्राओं की संख्या बढ़कर 297 तक पहुंच गई। राज्य में विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र में अपना करियर बनाने में आगे आ रही छोरियों को देखते हुए तीसरे चरण की योजना का राज्य में दायर बढ़कर छह जिलों में हो गया, जिसमें फिलहाल छात्राओं की संख्या 586 तक पहुंची है, जो पहले चरण की योजना के मुकाबले 1072 फीसदी आंकी गई है। 
प्रोत्साहन राशि देने की पहल 
हरियाणा सरकार ने इस योजना के दायरे में आगे आ रही लड़कियों को देखते हुए प्रदेश में कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के माध्यम से आईटीआई में लड़कियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या बढ़ाने की दिशा में एक नई योजना शुरू की। सरकार की पहल में प्रावधान किया गया है कि यदि प्रदेश की लड़कियां आईटीआई में निर्धारित 27 कोर्स में दाखिला लेती हैं, तो उन्हें 500 रुपए प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। सरकार ने यह कदम इन ट्रेड में महिला प्रशिक्षणार्थियों के दाखिले को बढ़ाने के लिए उठाया है, ताकि प्रदेश की औद्योगिक इकाईयों में भी ज्यादा से ज्यादा महिला कर्मचारियों को काम करने के मौके मिल सकें। गौरतलब है कि हरियाणा राज्य में सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में 84 ट्रेड चलाई जा रही हैं। महिलाएं इनमें से करीब 25 से 30 ट्रेड में ही ज्यादा दाखिला लेती हैं, जबकि दूसरी ट्रेड में भी रोजगार के अवसर होते हैं। 
क्या है विज्ञान ज्योति योजना 
केंद्र प्रायोजित विज्ञान ज्योति कार्यक्रम की शुरुआत दिसंबर 2019 को देश में 50 जवाहर नवोदय विद्यालयों से हुई थी, जिनका दायरा हर चरण के साथ बढ़ाया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से हरियाणा सरकार भी लड़कियों को विज्ञान में रुचि लेने और करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की इस पहल के तहत एसटीईएम में अपना करियर बनाने के लिए मेधावी लड़कियों को समान अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस योजना या कार्यक्रम का मकसद उच्च शिक्षा हासिल करने और आत्मनिर्भर बनने के लिए छात्राओं को प्रोत्साहित करना है। शहरी क्षेत्र ही नहीं ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाली छात्राओं को भी विज्ञान के क्षेत्र में स्कूल से कॉलेज और उसके बाद शोध से लेकर नौकरी तक आगे बढ़ाया जा रहा है। 
ऐसे चल रही गतिविधियां
विज्ञान ज्योति कार्यक्रम से जुड़ी गतिविधियों में छात्राओं व अभिभावक परामर्श, प्रयोगशालाओं और ज्ञान केंद्रों का दौरा, पार्टनर रोल मॉडल इंटरैक्शन, विज्ञान शिविर, शैक्षणिक सहायता कक्षाएं, संसाधन सामग्री वितरण और टिंकरिंग गतिविधियां चलाई जा रही हैं। यही नहीं छात्राओं को ऑनलाइन शैक्षणिक सहायता से संबंधित गतिविधियों में वीडियो कक्षाएं, अध्ययन सामग्री, दैनिक अभ्यास की समस्याएं और किसी भी तरह की शंकाओं का समाधान करने के लिए सुव्यवस्थित तरीके से सत्र आयोजित किये जा रहे हैं। 
परीक्षा तैयारियों में निशुल्क पुस्तकें 
हरियाणा में शिक्षा के प्रति महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार राज्य स्तर पर भी कई योजनाओं को कार्यान्वित कर रही है। नवोदय विद्यालय समिति के सहयोग से चलाए जा रहे विज्ञान ज्योति कार्यक्रम के अलावा राज्य सरकार प्रदेश के जवाहर नवोदय विद्यालय के साथ ही राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल की मेधावी छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में भी मदद कर रही है। ऐसी छात्राओं को सरकार परीक्षा की तैयारियों के लिए उन्हें निशुल्क पुस्तकें और अन्य पाठ्य सामग्री का निशुल्क वितरण करा रही है। 
20Feb-2023

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