सोमवार, 10 अप्रैल 2023

मंडे स्पेशल: हरियाणा में हर रोज लापता हो रहे हैं 30 से ज्यादा लोग

अब अपनो से बिछड़े बच्चों के परिवार में मुस्कान लाएगी पुलिस हरियाणा पुलिस ने शुरू किया ऑपरेशन 'मुस्कान' 
 ओ.पी. पाल.रोहतक। हरियाणा में पिछले पंद्रह महीने में 13,518 लोग लापता हुए हैं, जिनमें बच्चों और महिलाओं की संख्या ज्यादा है।पिछले दो साल के आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि प्रदेश में ऐसे लापता बच्चों या व्यस्कों की संख्या में लगतार इजाफा हो रहा है। अब हरियाणा पुलिस ने मानव तस्करी या अन्य किन्हीं कारणों से अपनो से बिछड़े बच्चों और व्यस्कों को तलाशने के लिए ऑपरेशन मुस्कान शुरू किया है। इस अभियान में भीख मांगने, घरेलू नौकर या बाल श्रमिक के रुप में अन्य जोखिम कार्यो में लगे बच्चों के अलवा सड़को, रेलवे स्टेशनों या बस अड्डो पर लावारिशों की तरह जीवन बसर करने वालों को तलाश जा रहा है। इसके लिए पुलिस और महिला एवं बाल विकास विभाग अन्य संबन्धित संस्थ्ज्ञाओं के साथ संयुक्त रुप से औद्योगिक संस्थानों, ईंट भट्टो, होटलो और ढाबों तथा अन्य व्यापारिक संस्थानों तक पहुंचकर ऐसे बच्चों को मुक्त कराकर उनके पुनर्वास या उनके परिजनों से मिलाने का काम करेगी। 
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हरियाणा पुलिस ने प्रदेश में एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक बेसहारा व गुमशुदा बच्चों को तलाशकर उनके परिवार से मिलाने के लिए ऑपरेशन ‘मुस्कान’ अभियान की शुरु किया है। इसका मकसद चाही-अनचाही परिस्थितियों में अपनों से बिछुड़ जाने वाले बच्चों को तलाशकर उनके परिवारों से मिलाना है। इस अभियान चलाने के लिए राज्य अपराध शाखा के प्रमुख एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने तलाशे जाने वाले हरेक बच्चें का फोटोग्राफ एवं अन्य जानकारी राष्ट्रीय पोर्टल ट्रैक दि मिसिंग चाइल्ड और खोया-पाया पर भी साझा करने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान में लापता बच्चों व भीख मांगने वाले बच्चों की तलाश कर राज्य अपराध शाखा एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों को भी शामिल किया गया है। वहीं ऑपरेशन मुस्कान अभियान के दौरान बंधुआ मजदूरी के बारे में सूचना एकत्रित करके संबंधित उपमंडल मजिस्ट्रेट से उनको छुड़वाने की भी कार्रवाई होगी। यानी सभी पुलिस टीम चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों का सहयोग लेकर काम करेंगी। वहीं संदिग्ध स्थानों पर छापामारी करके अनैतिक देह व्यापार के धंधे में संलिप्त महिलाओं व अन्य पर कानूनी कार्रवाही भी करने के निर्देश हैं। यानी सभी पुलिस टीम चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों का सहयोग लेकर काम करेंगी। 
हर माह 900 से ज्यादा लोग लापता 
हरियाणा पुलिस में दर्ज लापता लोगों के आंकड़ों पर गौर की जाए तो पिछले 15 महीने में 13,518 लोग लापता हो चुके हैं। पुलिस का दावा है कि साल 2022 में अभियान चलाकर 3379 लापता महिला और 6340 पुरुष वयस्कों को तलाश गया है, जिनमें लापता नाबालिगो में 1144 लड़के और 1426 लड़कियां भी बरामद करके उनके परिजनों को सौंपने की कार्यवाही हुई है। इस दौरान 41 बंधुआ मजदूरों को भी मुक्त कराया गया है। पुलिस रिपोर्ट की माने तो राज्य अपराध शाखा की मानव तस्करी पर शिकंजा कसने के लिए काम कर रही 22 एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स (एएचटीयू) ने भी लापता 316 पुरुष वयस्कों और 373 महिलाओं को तलाशा है तो एएचटीयू ने इस दौरान लापता हुए 313 नाबालिग लड़कों और 227 लड़कियों का भी खोज की। इससे पहले साल 2022 के दौरान 294 महिला समेत 933 भिखारियों और 1300 पुरुष और 72 महिला समेत 1372 बंधुआ मजदूरों मुक्त कराया है। जबकि साल 2021 में 10868 लापता हुए बच्चों व व्यस्को को तलाशकर उनके परिजनों से मिलाया है, जिनमें 7029 महिलाएं शामिल रही। जबकि 3839 पुरुष तलाशे गये। 
ऐसे भी लापता होते हैं बच्चें 
दरअसल इसी साल फरवरी में हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के के भोजावास स्कूल के प्लस टू नॉन मेडिकल में पढ़ने वाले तीन दोस्त भोजावास गांव के दीपांशु, मोदी गांव के रोहित और गोमली गांव के सुधीर एक साथ लापता हो गए। एक स्कूल से एक साथ तीन बच्चों का लापता होना जहां परिजनों की मुस्कान गायब होना लाजिमी था, वहीं पुलिस के लिए भी यह एक पहेली थी। इन बच्चों को परिजन और पुलिस तलाश में जुटी ही थी कि तो गायब होने से पहले बच्चों द्वारा घर में छोड़े गये पत्र मिल गये, जिनमें लिखा गया कि खोजने की कोशिश मत करो, कोई पूछे तो बताना कि मामा के पास पढ़ने गया हुआ है। 
मानव तस्करी पर भी शिकंजा 
हरियाणा राज्य अपराध शाखा के अंतर्गत प्रदेश में फिलहाल 22 एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट कार्य कर रही हैं, जिनकी संख्या 30 करने की तैयारी है। ऑपरेशन मुस्कान अभियान में इन टीमों को मानव तस्करी के मद्देनजर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। यही नहीं सभी यूनिट इंचार्ज अन्य राज्यों के आश्रमों में रह रहे हरियाणा के गुमशुदा बच्चे, महिला व व्यक्तियों का डाटा भी तैयार करेंगे। 
रोहतक रेंज में 2196 घर आई मुस्कान 
हरियाणा में रोहतक रेंज रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी तथा झज्जर की पुलिस पिछले करीब एक साल 2022 के दौरान गुमशुदा 2196 व्यक्तियों की तलाश करके उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचाया है। इन चार जिलों में 2449 लोगों के लापता थे, जिनमें से पुलिस द्वारा तलाशे गये 2196 लोगों में 1149 महिलाएं व 644 पुरुष थे। इस दौरान गुमशुदा चल रहे 644 पुरुष, 1149 महिला तथा 269 लड़कियां व 134 लड़कों समेत कुल 403 बच्चों को तलाशकर उनके परिजनों को सौंपा गया है। अभी गुमशुदगी में दर्ज 253 व्यक्तियों को तलाशने के लिए पुलिस का हर स्तर पर प्रयास जारी है। 
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वर्जन
मिशन स्माइल बनेगा वरदान:आर्य 
पूरे प्रदेश के जिलों में ऑपरेशन मुस्कान की कमान डीएसपी रैंक के पुलिस अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रुप में सौंपी गई है। रोहतक रेंज के चारों जिलों में रोहतक, झज्जर, भिवानी तथा चरखी दादरी में भी नोडल अधिकारी के निर्देशन में थाना स्तर पर गठित की गई अलग-अलग टीमों ने गुमशुदा बच्चों की तलाश का काम शुरू कर दिया है। इन टीमों में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल की गई हैं। अभियान के दौरान पूरे प्रदेश में अधिकारियों द्वारा शेल्टर होम, चिल्ड्रन होम, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व धार्मिक स्थानों के आसपास ऐसे गुमशुदा बच्चों की तलाश की जाएगी। जिन बच्चों के माता-पिता का पता नहीं है या भीख मांगते हैं। ऐसे बच्चों के संबंध में सूचना प्राप्त कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्हें उम्मीद है कि पुलिस का यह अभियान लापता बच्चों के कारण उनके परिजनों की खोई हुई मुस्कान वापस लाने के लिए वरदान साबित होगा। बच्चों व अन्य गुमशुदा व्यक्तियों को सकुशल बरामद करने वाले पुलिस जवानों को जिला व रेंज स्तर पर नकद इनाम व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। 
 -राकेश कुमार आर्य, पुलिस महानिरीक्षक रोहतक रेंज।
10Apr-2023

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