सोमवार, 17 जनवरी 2022

कोरोना: तीसरी लहर से जंग के लिए कितने तैयार हम!

प्रदेश में दवाओं, ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सा सुविधाओं की फिलहाल कमी नहीं इस बार नहीं होंगे मजबूर
खानपुर, अग्रोहा मेडिकल समेत सभी जिलों में तैयारी भरपूर 
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प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस बार कोरोना से निपटने के लिए हमारी पूरी तैयारी है। हम किसी भी हाल में मजबूर नहीं होंगे। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि फिलहाल प्रदेश में दवाओं और चिकित्सा सुविधाओं की कोई कमी नहीं है। ऑक्सीजन भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है। ऐसे हम दूसरी लहर की तरह मजबूर नहीं होंगे। रोहतक पीजीआई, चंडीगढ़ पीजीआई, खानपुर मेडिकल, करनाल में कल्पना चावला मेडिकल, मुलाना मेडिकल, अग्रोहा मेडिकल और सभी जिला अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं। हमें किसी भी हाल में घबराना नहीं है। पेश प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग क्या-क्या दावे कर रहा है और उनमें क्या सच्चाई है? इसका आकलन पेश कर रहे हैं प्रदेश के विभिन्न जिलों के हरिभूमि के संवाददाता। 
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हरिभूमि टीम: हरियाणा।
सोनीपत में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ओमिक्रोन के छह केस आ चुके हैं। पिछले साल कोरोना ने मौत का जैसा तांडव मचाया था, इस बार ऐसा नहीं होगा। बढ़ती बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हर जरूरी कदम उठाएं जा रहे हैं। जिले के महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल खानपुर, नागरिक अस्पताल सोनीपत, गोहाना नागरिक अस्पताल सहित सीएचसी और पीएचसी सेंटरों पर ऑक्सीजन बेड तैयार हैं। सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में कुल 1525 बेड तय किए हैं। जिनपर 24 घंटे ऑक्सीजन की सुविधा है। 
अग्रोहा मेडिकल के चालीस डॉक्टर संक्रमित 
हिसार। कोरोना की तीसरी लहर में कोरोना संक्रमित 21 से 30 साल के युवाओं की संख्या 300 के पार हो चली है। स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े करीब 100 लोगों को कोरोना चपेट में ले चुका है। अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में अब तक 40 से ज्यादा डाक्टर, एमबीबीएस स्टूडेंट्स और स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। नागरिक अस्पताल में भी डाक्टरों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना पाजिटिव होने का आंकड़ा 20 के करीब पहुंच चुका है। हिसार में तीसरी लहर में 1031 से ज्यादा संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंचने पर भी विभिन्न अस्पतालों में दहाई के आंकड़ें में मरीज भर्ती हैं। 
अग्रोहा मेडिकल कॉलेज की स्थिति 
कुल बेड 200, खाली 192, आईसीयू बेड, 100 खाली 96, आक्सीजन बेड 60, खाली 60, नोट: अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में सभी बेड आक्सीजन व ऑक्सीमीटर युक्त हैं। 
बच्चों के कोविड बेड का सूरत-ए-हाल- बेड 161 (सभी खाली), ऑक्सीजन बेड 161 (सभी खाली), आईसीयू बेड 252, खाली 245, आईसीयू वेंटीलेटर बेड 41 (सभी खाली)।
महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर 
बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर में 500 बेड के अस्पताल को विशेष कोविड अस्पताल घोषित किया गया है। पहले यहां केवल 180 बेड पर ही ऑक्सीजन की सुविधा थी। लेकिन दूसरी लहर से सबक लेते हुए यहां तीन एक-एक हजार एलएनपी क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं। सभी 500 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा शुरू कर दी गई है।
सोनीपत में 5 तो खानपुर में 15 मरीज भर्ती 
नागरिक अस्पताल सोनीपत में मौजूदा समय में 200 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध हैं। विभाग की तरफ से 20 बेड आईसीयू के लिए तैयार किए गए हैं। वहीं, महिला मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में कोरोना के मरीजों के लिए 250 सामान्य व आईसीयू के 50 निर्धारित किए हैं। इनमें 30 बेड बच्चों के भी शामिल हैं। यहां फिलहाल 15 मरीजों का ही इलाज चल रहा है। 
टीकाकरण भी तेज 
अलग-अलग 98 स्थानों पर हर रोज टीकाकरण किया जाता है। 14 जनवरी तक जिले में 20 लाख 33 हजार 359 जिला में 12 लाख 09 हजार 164 को लगी पहली व 08 लाख 22 हजार 580 को लगी दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। इसके अलावा 1615 लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा चुकी है।
 ज्यादा मरीज नहीं-अभी ज्यादा मरीज नहीं आ रहे हैं। थर्ड वेव में दो दिन पहले तक कुल 7 पेंशट अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए, 4 संक्रमितों के रिकवर होने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई। -डॉ. राजीव चौहान, कोविड इंचार्ज, अग्रोहा मेडिकल कॉलेज। 
झज्जर: 19 कोविड अस्पताल तैयार 
ऑक्सीजन बेड 646, निजी अस्पताल में बेड 580, आईसीयू बेड 318, बच्चों के लिए आरक्षित 134,  वेटिंलेटर 76,  ऑक्सीजन कसंट्रेटर 321, ऑक्सीजन सिलेंडर 1141, ऑक्सीजन प्लांट 2।
भिवानी: बेड और ऑक्सीजन पर्याप्त कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने जिले मे जो तांडव मचाया था उसी अभी तक लोग भूले नहीं है। वहीं जिले में दूसरी लहर की अपेक्षा तीसरी लहर के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस बार ऑक्सीजन और बेड की व्यवस्था पर विशेष फोकस किया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में 909 बेड की व्यवस्था की है । इसक साथ साथ सामान्य अस्पताल में 230 बेड पर सेंट्रल पाइप लाइन आक्सीजन शुरू हो चुकी है जो निर्बाध रूप से आक्सीजन सप्लाई करती रहेगी। 
नारनौल: स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार नारनौल: महेंद्रगढ़ जिला की करीब 13 लाख आबादी है, लेकिन आबादी अनुपात के हिसाब से स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर फिलहाल कमी है। हां, जिस प्रकार से पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार हुआ है, उससे भविष्य जरूर बेहतर नजर आने लगा है। नारनौल शहर से करीब चार किलोमीटर दूर गांव कोरियावास में नया मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भवन तैयार हो रहा है। जिला के एकमात्र इस मेडिकल कॉलेज की शुरुआत अगले साल 2023 में शुरू होने की आस है। वहीं नारनौल के जिला स्तरीय सरकारी अस्पताल को 50 के दशक में उस समय बनाया गया था, जब पंजाब को पैप्सू कहा जाता था। कई दशक बीते, लेकिन जिला स्तरीय अस्पताल आज भी जटिल बीमारियों के विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं जांच सुविधाओं का मोहताज ही बना हुआ है। 
जींद में ऐसी तैयारी 
जिला मुख्यालय स्थित सामान्य अस्पताल 200 बेड का है।कोविड-19 के लिए यहां दो स्पेशल वार्ड बनाए गए हैं। जिनकी क्षमता 80 बेडों की है। अगर जरूरत पड़ी तो यहां 150 बेडों को बढ़ाया जा सकता है। बच्चों के लिए 40 बेडों का निक्कु वार्ड बनाया गया है। सभी बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई उपलब्ध है। यहां चिकित्सकों के 58 पद स्वीकृत हैं लेकिन 22 चिकित्सक ही कार्यरत हैं। इनमें भी स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की भारी कमी है। नर्सिंग स्टाफ में 90 पद स्वीकृत हैं। जबकि 60 ही नर्सिंग स्टाफ कार्यरत है। सामान्य अस्पताल के एसएमओ डा. गोपाल गोयल ने बताया कि अस्पताल में स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की कमी है। 
कुरुक्षेत्र 611 बेड के साथ तैयार
स्वास्थ्य विभाग हाईअलर्ट पर है। मरीजों को काेई परेशानी नहीं हो इसके लिए सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। जिले में सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 611 बेड की व्यवस्था की गई है। जिनमें आईसीयू विद वेंटिलेटर के 103 बेड हैं। कोरोना से निपटने को 8 टीमें गठित की गई हैं। ये टीमें सैंपलिंग, कांटेक्ट ट्रेसिंग, बुलेटिन जारी करना, मोल्युकुलर लैब सहित अन्य कार्य संभाल रही हैं। अभी कोविड मरीजों के लिए किसी भी अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी नहीं है। सभी मरीजों का अच्छी तरह से इलाज किया जा रहा है। तमाम वेंटिलेटर, कंसंट्रेटर, गैस सिलिंडर के साथ मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले तमाम उपकरणों की व्यवस्था कर ली गई है। -सीएमओ, डॉ. सुखबीर सिंह 
यमुनानगर में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट 
कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। तेजली खेल परिसर समेत आधा दर्जन स्थानों पर आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। निजी अस्पतालों में बेड आरक्षित हैं। कोविड अस्पतालों व आइसोलेनशन सेंटरों में आठ सौ बेड की व्यवस्था है। जगाधरी सामान्य अस्पताल, ईएसआई अस्पताल व शहर के समामन्य अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके हैं। सीएमओ डॉ. विजय दहिया ने बताया कि जिले में कोविड की तीसरी लहर से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम हैं। टीकाकरण के लिए 114 केंद्र बनाए गए हैं। जिले में अभी कोरोना के 641 एक्टिव मरीज हैं।
हिसार के अस्पतालों में स्थिति.- बेड 1400-खाली 1315,  आक्सीजन बेड 967-खाली 945, आईसीयू बेड 252- खाली 242, आईसीयू वेंटिलेटर बेड 213- खाली 211।
कैथल में ऑक्सीजन की नहीं होगी कमी 
जिले में इस बार मरीजों को कोई परेशानी नहीं आएगी। ऑक्सीजन के प्लांट तैयार हो चुके हैं। इसलिए ऑक्सीजन की भी कोई कमी नहीं होगी। हालांकि नागरिकअस्पताल सहित कई प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वीकृत पदों के अनुसार पूरे डॉक्टर नहीं है। इसलिए मरीज ज्यादा बढ़े तो बाहर से डॉक्टर बुलाने पड़ सकते हैं।
यह है स्थिति :जिला नागरिक अस्पताल में डाक्टरों के स्वीकृत 55पद में से केवल 22 नियुक्त डॉक्टर।:नर्सों के स्वीकृत 90 में से 45 पद खाली। :एसएमओ के 5 में से 1, ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट के 10 में से 5, नसिंर्ग सिस्टर के 10 में से 9 व लैब टेक्निशियन के 14 में से 7 पद खाली पड़े हैं। :अन्य सहायक कर्मचारियों के भी काफी पद खाली हैं। :सरकारी और निजी अस्पतालों में 212 ऑक्सीजन बेड।
17Jan-2022

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