मंगलवार, 4 जनवरी 2022

मंडे स्पेशल: हरियाणा में ओमिक्रोन वैरिएंट के साथ बढ़ा कोरोरा का खतरा

सरकार की सख्ती के बावजूद बेखौफ आमजन विचरण बन सकता है खतरा 
नए साल से पाबंदियों के ऐलान होते ही प्रदेश में तेजी से बढ़ा वैक्सीनेशन 
ओ.पी. पाल.रोहतक। सरकार की सख्ती और ओमिक्रोन की आहट ने वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेजी ला दी है। प्रदेश सरकार ने बिना कोरोना टीका लगाए विचरण करने वाले लोगों पर लगाम कसने के उद्देश्य से सभी सरकारी दफ्तरों, ट्रेनों व बसों में यात्रा पर प्रतिबंध लगाने के बाद आम आदमी वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक तो हुआ। वहीं कुछ रफ्तार कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के कारण भी बढ़ी है। प्रदेशभर में अभी भी कोरोना को लेकर सररकार द्वारा बार-बार जारी की जा रही कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हो पा रहा है। आम आदमी द्वारा न तो मास्क में नजर आ रहा और न ही दो गज की दूरी का पालन किया जा रहा है। बाजारों में यहां तक कि सरकारी दफ्तरों में भी बिना मास्क लगाए लोग विचरण करते देखे जा सकते हैं। आम आदमी के मन में ओमिक्रोन को लेकर भय तो जरुर है लेकिन सुरक्षा उपयों को अभी भी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है और इधर उधर घूमते नजर आ रहे हैं। 
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देशभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के साथ कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। लिहाजा केंद्र सरकार को सभी राज्यों को पत्र लिखकर अस्थायी अस्पताल बनाने का निर्देश जारी करने पड़े और यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इन सभी अस्पतालों को अस्पतालों में और बिस्तर जोड़ने, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को बढ़ाने, ऑक्सीजन उपलब्धता के अलावा सभी तरह की सतर्कता सावधानी बरती जाए। हालांकि हरियाणा सरकार ने ओमिक्रोन की आहट आते ही अलर्ट जारी करने के साथ कोरोना संक्रमण के बचाव के उपायों में सख्त दिशानिर्देश जारी कर दिये थे। वैक्सीनेशन को लेकर भी सरकार ने नए साल से नई गाइडलाइन जारी करके ऐसे प्रतिबंध लगाए हैं कि आमजन को बिना वैक्सीनेशन के ट्रेन, बस, कार, रिक्शा या अन्य वाहन में सफर करना मुश्किल हो रहा है। सरकार की इसी सख्ती और ओमिक्रोन के भय से प्रदेशभर में कोरोना रोधी वैक्सीन के टीकाकरण अभियान को तेज रफ्तार मिली। ऐसी ही पाबंदी सरकारी व निजी कार्यालयों, अस्पतालों, होटलों, रेंस्तरों, रेस्टोरेंट या अन्य किसी भी सार्वजनिक जगहों के लिए की गई है, जिसके लिए वैक्सीन की डोज अनिवार्य होगी। इसके अलावा प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रालय के ओमिक्रोन के खतरे को लेकर जारी अलर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग पहले की गई तैयारियों का विस्तार करने में जुटा हुआ है। सरकारी और निजी अस्पतालों के 500 बेड को कोरोना और ओमिक्रोन के संभावित मरीजों के लिए रिजर्व रखने के निर्देश दिए हैं। इसका मकसद ये है कि आपात स्थिति में अस्पताल के इन बेडों पर ओमिक्रोन के मरीजों का भी इलाज किया जा सकेगा। चिंता की बात ये है कि सरकार की सख्ती का असर आमजन पर अभी तक नजर नहीं आया और लोग बेखौफ होकर शहरों, बाजारों व सड़कों पर बिना किसी सुरक्षा उपायों के इधर उधर घूमते नजर आ रहे हैं। 
दस गुना से ज्यादा बढ़ा वैक्सीनेशन 
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की आहट आते ही जैसे ही 24 दिसंबर को नए साल से लागू खासतौर से बिना वैक्सीन लगे लोगों पर सख्त पाबदिंयों का ऐलान हुआ तो प्रदेश के हर जिले में वैक्सीनेशन की रफ्तार औसतन दस गुणा नजर आने लगी। इसे सरकार की सख्ती या ओमिक्रोन का भय भी माना जा सकता है। हालांकि सरकार की इस सख्ती का पालन कराने में प्रशासनिक टीमें अभी तक असरदार नजर नहीं आ रही है। जबकि प्रदेश में वैक्सीनेशन बढ़ने के साथ कोरोना संक्रमण भी बेकाबू नजर आ रहा है। तीन जनवरी यानि सोमवार से प्रदेश में 15 से 18 साल तक के युवाओं को भी कोरोना रोधी डोज देने का अभियान शुरू किया जा रहा है। 
वैक्सीनेशन 3.47 करोड़ के पार 
प्रदेश में बीते साल के अंतिम सप्ताह में जिस रफ्तार से हुआ उसके बाद दो जनवरी रविवार की शाम आठ बजे तक पूरे प्रदेश में 3,46,61,242 डोज दी जा चुकी हैं, जिसमें 2,01,31,542 पहली डोज और 1,45,29,700 दूसरी डोज लगाई जा चुकी हैं। रविवार को ही प्रदेश के 1,271 केंद्रों पर लोगों को 96,921 डोज लगाई गई। जबकि साल के पहले दिन प्रदेश के 2122 केंद्रों पर 1,37,796 डोज लगाई गई थी। अब तक लगाई गई वैक्सीन में गुरुग्राम में सबसे ज्यादा 42,90,652 वैक्सीन दी जा चुकी है, जबकि 31,55,210 डोज के साथ फरीदाबाद दूसरे पायदान पर है। सबसे कम 7,19,090 डोज चरखी दादरी जिले में लगाई गई हैं। बाकी जिलों में इससे ज्यादा 20 लाख से कम डोज दी गई है। 
‘नो मास्क-नो सर्विस’ पर सख्ती 
प्रदेश सरकार ने राज्य में ‘नो मास्क-नो सर्विस’ के पालन के लिए सख्ती बढ़ा दी है। सभी जिलों में उपायुक्तों द्वारा गठित समितियां पूरे प्रदेश में जिला, ब्लाक स्तर औचक निरीक्षण करके कोरोना उपायों के दिशा निर्देशों का पालन कराएंगी। कोरोना हिदायतों का पालन कराने के मकसद से सरकार ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर जुर्माना लगाने का भी सख्त कदम उठाया है। यानी मास्कक और सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन नहीं करने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगेगा। वहीं यदि कोई संस्थान नियमों का पालन नहीं करता है, तो उसके लिए पांच हजार रुपये जुर्माना का प्रावधान लागू किया गया है। 
पांच जिलों में पाबंदी में इजाफा 
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ते देख रविवार से सरकार ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला, पंचकूला और सोनीपत जिलों में सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स और खेल परिसरों को बंद करने का आदेश जारी किया और वहीं इन जिलों में होने वाले शादी समारोह में 100 और अंतिम संस्कारर में 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति रहेगी। वहीं कोरोना और ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलें के बीच प्रदेश में सभी निजी और सरकारी स्कूल, कॉलेज, आईटीआई, कोचिंग सेंटर, आंगनबाड़ी और क्रेच 12 जनवरी तक बंद कर दिए हैं। 
तीन आईपीएस संक्रमित 
नए साल की पूर्व संध्या पर सीएम आवास पर हर साल आईएएस आफिसर एसोसिएशन की तरफ से यह लंच को इसलिए स्थगित करना पड़ा कि एक डीजी रैंक और दो एडीजीपी रैंक के आईपीएस अधिकारी संक्रमित पाए गए। इस कार्यक्रम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और सारे आईएएस और आईपीएस अधिकारी शिरकत करते हैं। इसका नतीजा ये हुआ कि सीएम आवास पर होने वाले सभी कार्यक्रमों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। वहीं कार्यकर्ताओं को भी सीएम आवास पर न आने की सलाह जारी की गई है। 
ओमिक्रोन के 63 मामले 
रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ हुई बैठक के बाद हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ओमिक्रोन के साथ संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने की तैयारियों को लेकर सभी जिला प्रशासन को कोरोना की स्थिति, ऑमिक्रॉन, टीकाकरण, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, बच्चों के टीकाकरण, ऑक्सीजन जैसी सभी तैयारियों को पुख्ता रखने के लिए आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये हैं। हरियाणा में अभी तक कोरोना के नए वैरिएंट के 63 मामलों की पुष्टि की गई है। 03Jan-2022

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