सोमवार, 2 सितंबर 2024

चौपाल: हरियाणवी लोक कला व संगीत को समर्पित अभिनेत्री डा. रमन नासा

फिल्म ‘दंगल’ में आमिर खान के साथ अभिनय से मिली लोकप्रियता 
              व्यक्तिगत परिचय 
नाम: डॉ. रमन (हंस) नासा 
जन्मतिथि: 25 नवंबर1976 
जन्म स्थान: हिसार(हरियाणा) 
शिक्षा: पीएचडी(अंग्रेजी) 
संप्रत्ति: शिक्षिका, अभिनय, रंगमच
संपर्क: nassa.raman2511@gmail.com, मोबा. 9996702525 
BY--ओ.पी. पाल 
रियाणा की लोक कला एवं समृद्ध संस्कृति की मिसाल देश में ही नहीं, विदेशों में भी कायम रखने के लिए लोक कलाकारों व गायकों की भूमिका अत्यंत महत्व रखती है। लोक कला, संगीत, संस्कृति या साहित्य के संवर्धन में जुटे ऐसे कलाकारों में बहुमुखी प्रतिभा डा. रमन नासा भी कला की विभिन्न विधाओं के जरिए समाज को सकारात्मक विचाराधारा के साथ नई ऊर्जा देने में सक्रीय है। खासतौर से दंगल जैसी बॉलीवुड फिल्म में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुकी रमन नासा की कला देश व समाज और हरियाणवी लोक कला को समर्पित नजर आती है। एक शिक्षिका होने के साथ लोक कला व संगीत के क्षेत्र में उन्होंने अभिनय की कला में लोकप्रियता हासिल की है। अपने थियेटर व रंगमंच से लेकर फिल्मों में एक अभिनेत्री के किरदार तक के सफर को लेकर डा. रमन नासा ने हरिभूमि संवाददाता से बातचीत में कई ऐसे अनछुए तथ्यों को उजागर किया है, जिसका सामाजिक और संस्कृति के हित में मानवता का संदेश मिलता है। 
रियाणवी फिल्मों से बॉलीवुड तक का सफर करने वाली फिल्म अभिनेत्री एवं हरियाणवी लोक कलाकार डॉ. रमन (हंस) नासा का जन्म हिसार में अमरनाथ हंस और निर्मल हंस के घर में हुआ। उनके दादा और चाचा यानी परिवार में अधिकांश सदस्यों की गायन में रुचि रही है। मसलन परिवार में ही लोक कला संगीत के माहौल के बीच रमन को भी बचपन से ही गायन में अभिरुचि रही और अभी भी गाती हैं। लेकिन परिवार में अभिनय करने के सफर के सफर की शुरुआत रमन से ही शुरु हुई। डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल हिसार में पिछले 14 साल से अंग्रेजी की शिक्षिका के रुप में कार्यरत डा. रमन नासा अपनी कला और अभिनय के कारण बच्चों में भी लोकप्रिय है। बकौल डा. रमन नासा उनके अभिनय की शुरुआत थियेटर से शुरु हुई और बगिया बच्चा राम की, कथा एक कंस की, माई बोरिंग डैडी, रामायण और कृष्णा सोबती द्वारा लिखित आई लड़की जैसे नाटकों में बहुत प्ले करके वह रंगमंच में सक्रीय हुई। हिसार के रंग प्रयास नाट्य मंच के दया प्रकाश सिन्हा द्वारा लिखित नाटक ‘कथा एक कंस की’ में लोकेश मोहन खट्टर के निर्देशन में रमन नासा ने कंस की प्रेमिका स्वाति का किरदार निभाया है। उन्होंने बताया कि साल 2016 में आमिर खान प्रोडक्शन के साथ ‘दंगल’ फिल्म रिलीज हुई, जिसमें उन्हें अभिनय करने का मौका मिला। मसलन इसी फिल्म से उनका अभिनय का रियल सफर शुरू हुआ, जो फिर अभी तक रुका नहीं, बल्कि बढ़ता चला गया। अभी तक उनकी करीब 15 फिल्में रिलीज हो चुकी है। उन्होंने भोजपुरी, पंजाबी और मुल्तानी फिल्म के अलावा कई वेब सीरीज फिल्मों में भी एक्टिंग की हैं। फिल्मों में अभिनय के अलावा वह लोक कला व संगीत में भी अपनी कला के जरिए हरियाणवी संस्कृति और सामाजिक समरसता को समृद्ध बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। नौकरी और अभिनय के बीच समय को लेकर कुछ परेशानी भी आती हैं, लेकिन चुनौतियों का सामना करके वह सामंजस्य बना लेती हैं। अभिनय और लोककला के क्षेत्र में उन्हें अपने पति प्रो. देवेन्द्र मोहन नासा और परिजनों का सहयोग व प्रोत्साहन भी मिल रहा है। लोक कला, संगीत और फिल्म में अभिनय के क्षेत्र के कारण वह दूरदर्शन से भी जुड़ी रही हैं। लोक कला, संगीत और अभिनय के क्षेत्र में डा. रमन नासा को श्रेष्ठ अभिनेत्री का यशस्वी गौरव सम्मान भी मिल चुका है। इसके अलावा उन्हें अनेक सामाजिक व सांस्कृतिक तथा अन्य मंचों व समारोह में अनेक सम्मान व पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है। 
अभिनय को ऐसे मिली मंजिल 
हरियाणवी लोक कलाकार श्रीमती रमन नासा ने थिएटर से अभिनय की शुरुआत करने के बाद फ़िल्मों, लघु फ़िल्मों वेब श्रृंखला, वृत्तचित्र, हरियाणवी गानों में ही नहीं, बल्कि विज्ञापनों के लिए भी अपने अभिनय की कला का प्रदर्शन कर लोकप्रियता हासिल की है। उनका कहना है कि थिएटर ही अभिनय सीखने का मंच है, जहां से फिल्मों तक की मंजिल मिलती है। उन्होंने रंगमंच के क्षेत्र में थिएटर शो बगिया बचा राम की, कथा एक कंस की, आई लड़की, (स्वांग) शिव पार्वती, (स्वांग) हीर रांझा, मेरे बोरिंग डैडी, रामायण(मामदोदरी), रामायण(केकई) जैसे नाटकों के अभिनय करके ऐसा कदम बढ़ाया कि उसके बाद उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म निर्देशक आमिर खान प्रोडक्शन के साथ ‘दंगल’ फिल्म में भी अपने अभिनय से सबको चौंकाया। इसी प्रकार उनकी हरियाणवी फिल्म गौरव की स्वीटी’ और वेब सीरीज फिल्म ‘मेरे यार की शादी’ भी सुर्खियों में रही है। वहीं उनकी लघु फिल्म जन्नत, बूल, गाना बहु नई नवेली और रेल की भंबीरी, चटक मटक के अलावा विज्ञापन फिल्म ‘कानून सीखो’ के लिए भी किरदार निभाया है। अभिनेत्री रमन नासा की हरिओम प्रोडक्शंस के साथ ‘टोट्टा’, योगेंदर राठी के साथ ‘योग’ कुलदीप कुणाल के साथ ‘मोटर माचिस कटर’ एडमेक प्रोडक्शंस, बॉम्बे के साथ ‘द लॉस्ट गर्ल’ में भी अपने किरदार का प्रदर्शन किया है। 
आधुनिक युग में बढ़िया काम 
अभिनेत्री डा. रमन नासा का इस आधुनिक युग में साहित्य व लोक कला की स्थिति को लेकर कहना है कि हरियाणा में अब इस क्षेत्र में अच्छे तरीके से मुड़ रहा है, केवल प्रोत्साहन देकर इसे आगे बढ़ाने की जरुरत है, ताकि कलाकार अपनी अच्छी और बड़ी भूमिका को निभा सके। लोक कला व फिल्म के क्षेत्र में प्रोड्यूशरों को हरियाणा में निवेश करने की भी जरुरत है, ताकि लोक कला व संगीत की स्थिति को और ज्यादा मजबूत किया जा सके। नई युवा पीढ़ी भी साहित्य व कला के क्षेत्र में रुचि ले रही है, लेकिन उन्हें साहित्य और कला से जुड़े लोगों को अच्छे कंटेट देकर प्रोत्साहन देना बहुत आवश्यक है। अभिनय के क्षेत्र में भी अच्छे कंटेट की पटकथा के लेखन होना चाहिए, क्योंकि बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी लोक कला व संगीत और फिल्में देखते हैं। आज के युग में यूट्यूब का दायरा बढ़ा है, जिनमें पहले की तरह अब द्विअर्थी कंटेट कम ही नजर आता है। यानी हरियाणा की बात करें तो अच्छे अच्छे गाने ही ज्यादा पसंद किये जा रहे हैं, जिनमें और बेहतर सुधार के साथ समाज को साहित्य, कला और संगीत के जरिए नई दिशा देना संभव है। 
02Sep-2024

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