सोमवार, 18 दिसंबर 2023

चौपाल: सजीव फोटोग्राफी की कला को संजोते अनिल कुमार

फोटो एवं वीडियोग्राफी कला की विभिन्न विधाओं के प्रदर्शन से बनाई पहचान 
                        व्यक्तिगत परिचय
नाम: अनिल कुमार 
जन्मतिथि: 27 मार्च 1973 
जन्म स्थान: रोहतक(हरियाणा) 
शिक्षा: अंडर ग्रेज्युएट संप्रत्ति: सिनेमेटोग्राफर, फिल्म शूटिंग 
पता: 375ए, सेक्टर-2, रोहतक(हरियाणा), मोबा. 9896117058  
BY--ओ.पी. पाल 
रियाणवी संस्कृति, लोक कला और सभ्यता को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने में जुटे लोक कलाकार और संस्कृतिकर्मी समाज को भी नई दिशा देने में योगदान दे रहे हैं। जहां हरियाणवी चित्रकार सामाजिक, सांस्कृतिक एवं सभ्यता के रंगों के जादू को कैनवास पर बिखरकर अपनी संस्कृति को संजोने और संवर्धन कर रहे हैं, वहीं कुछ फोटोग्राफी के माध्यम से अपनी चित्रों के माध्यम से परंपरागत से लेकर आधुनिक युग तक की संस्कृति की अलख जगाने में भी पीछे नहीं हैं। ऐसी तस्वीर को अपने कैमरे में कैद करने की कला के क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल करने वालों में रोहतक के कैमरामैन अनिल कुमार भी शामिल है, जिन्होंने फोटोग्राफी के साथ सिनेमेटोग्राफर के रुप में फिल्मों, टेलीविजन शो, विज्ञापनों और अन्य रचनात्मक फोटो और वीडियो को जीवंत करने का प्रयास किया है। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रचनात्मकता को तकनीकी क्षमताओं के साथ जोड़ने का प्रयास करने वाले सिनेमेटोग्राफर अनिल कुमार ने अपनी इस कला के सफर को लेकर हरिभूमि संवाददाता से हुई बातचीत में कई ऐसे अनुछुए पहलुओं का भी जिक्र किया है, जिसमें फोटो व वीडियोग्राफी की कला से सकारात्मक संदेश समाज को सकारात्मक ऊर्जा देने का बेहतर माध्यम हो सकता है। 
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बॉलीवुड से लेकर हरियाणवी फिल्मों, टीवी शो, वेबसीरिज, मैग्जीनों के अलावा सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर होने वाले सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का जादू बिखरने वाले अनिल कुमार का जन्म 27 मार्च 1973 को रोहतक में हरनारायण और बिमला देवी के घर में हुआ। परिवार में वैसे तो किसी प्रकार का साहित्यिक या लोक कला संस्कृति का माहौल नहीं था, लेकिन पिता को फोटोग्राफी का शोंक था, जिनके प्रोत्साहन से उसकी रुची फोटोग्राफी में होती चली गई। रोहतक में प्राइमरी स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने साल 1995 में इंटरनेशनल स्कूल ऑफ फोटोग्राफी दिल्ली से फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी में डिप्लोमा हासिल किया। बकौल अनिल कुमार डिप्लोमा हासिल करने के बाद उन्हें देश के लोकप्रिय फोटोग्राफर का सानिध्य मिला। उनके प्रोत्साहन उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फैशन, फूड, इंटिरियल से जुड़ी मैग्जीनों यानी पत्रिकाओं के अलावा ट्रेवल्स, वाइल्ड लाइफ नेचर, इंडस्ट्रीज के अलावा अन्य कार्मिश्यल क्षेत्र में फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी में महारत हासिल की है। उन्होंने बताया कि फिल्मों की शूटिंग के दौरान स्टोरी और गानों को शूट करके पूरी कवरेज करने का मौका भी मिलता रहा है। यही नहीं फोटोग्राफी के जरिए फिल्मों के ब्रोशर की डिजाइनिंग करके उनको कैमरे में शूट करने का भी अनुभव हासिल किया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा विश्वविद्यालयों के यूथ फेस्टिवल में बेस्ट फोटो और वीडियोग्राफी के चयन के लिए उन्हें ज्यूरी की जिम्मेदारी निभाने का भी मौका मिला है। वहीं वे हरियाणी कला संस्कृति पर आधारित वेब सीरिज और सीरियलों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के माध्यम से शूट करते आ रहे हैं। इस आधुनिक युग में फोटो और वीडियोग्राफी में बदलाव को लेकर उनका कहना है कि डिजिटलीकरण के इस युग में नई-नई तकनीकों के साथ होते विस्तार की वजह से यह कला विस्तृत तो हुई है, लेकिन इसके लिए तकनीकी प्रशिक्षण के बिना इस क्षेत्र में काम करना आसान नहीं है। खासतौर सिनेमेटोग्राफी में तो किसी भी फिल्म के विजुअल लुक को बनाने के लिए रचनात्मकता को तकनीकी क्षमताओं के साथ जोड़ना एक टेढ़ी खीर से कम नहीं है। बकौल इसका कारण एक सिनेमेटोग्राफर ऑन-शूट और ऑफ-शूट दृश्य की रचना तय करने के लिए डायरेक्टर के निर्देशन पर काम करता है। उसी के आधार पर सिनेमेटोग्राफर के काम के माध्यम से ही पूरी फिल्म या किसी भी शॉट का विज़ुअल इफेक्ट तय किया जाता है। मसलन सिनेमेटोग्राफर का काम किसी कहानी को स्क्रिप्ट से लेकर पर्दे पर जीवित करना ही इस कला की निपुणता और क्षमता तय करता है। इसलिए कैमरा, लाइटिंग और फिल्म निर्देशन के मामले में तकनीकी प्रशिक्षण आवश्यक है। जहां तक इस क्षेत्र में युवा पीढ़ी को प्रोत्साहन की जरुरत है तो उसके लिए बदलती तकनीक के साथ फोटो कला की विधाओं के लिए तकनीकी प्रशिक्षण हासिल करना आवश्यक है। 
इन फिल्म शूटिंग में दिखाई कला 
एक सिनेमेटोग्राफर के तौर पर फोटो कलाकार अनिल कुमार को बॉलीवुड फिल्म वीरे की वेडिंग, वेलापंती के अलावा केसरी बुकारिया के निर्देशन में बनी फिल्म ‘भूत अंकल तूसी ग्रेट हो’ में भी उन्हें वीडियो और फोटो कवरेज करने का मौका मिला है। वहीं हरियाणवी फिल्म ‘रोहतक कब्जा’, 48 कोस तथा स्टेज एप के लिए हरियाणा बनाम बिहार जैसी हरियाणवी फिल्म को शूट करने की जिम्मेदारी निभाई है। फोटो व वीडियो कला के क्षेत्र में अनिल कुमार ने रूबरु मिस सुपर मॉडल इंटरनेशन, मिस्टर इंटरनेशनल, मिस इंडिया और मिस्टर इंडिया के अलावा सुपर मॉडल वर्ल्डवाइज, फेस ऑफ ब्यूटी इंटरनेशनल में भी उनकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की कला सुर्खियों में रही है। वहीं उन्होंने एले कॉस्मोपॉलिटन डिज़ाइन और इंटीरियर, इंडिया टुडे प्लस इंडिया टुडे, डेकोर डिस्कवर इंडिया ब्राइड एंड होम आदि के लिए कुछ मैगज़ीन के लिए भी फोटो व वीडियो शूट किये हैं। 
सम्मान व पुरस्कार 
फोटो एवं वीडियो की सजीव कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए अनिल कुमार को पिछले तीन साल में ही 15 इंडरनेशनल अवार्ड मिल चुके हैं। इनमें प्रमुख रुप से टॉप अवार्ड यूनिवर्सल कलर फोटो, बेस्ट इमेज, यूनिवर्सल ब्लैक एंड व्हाइट, कलर ऑफ यूनिवर्सल, थियेटर टॉप कलेक्शन, कलर टॉप अवार्ड के अलावा डिजाइनल इंटीरियल शामिल हैं। वहीं लोककला संस्कृति पर आधारित सरकारी और गैर सरकारी सांस्कृतिक मंचों के अलावा इंडया टूडे, इंडिया टाटा आदि संस्थाओं की कॉमर्शियल मैग्जीन के कवर फोटो और वीडियोग्राफी के लिए भी अनेक पुरस्कार मिल चुके हैं।
04Dec-2023

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