एक जमाना था जब लोग अपने घरों के बाहर लिखते थे-अतिथि देवो भव: फिर शुरू किया-शुभ लाभ और बाद में लिखा जाने लगा-यूं आर वेलकम अब शुरू हो गया-......से सावधान!
पिछले 3 दशक से यह ज़ुबानी जमा ख़र्च तो मैं ही पढ़ता चला आ रहा हूं...
पिछले 3 दशक से यह ज़ुबानी जमा ख़र्च तो मैं ही पढ़ता चला आ रहा हूं...
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